बाबरी मस्जिद के पक्षकार मोहम्मद इकबाल अंसारी को एक बार फिर धमकी भरा पत्र लिखा. दिलचस्प बात ये है कि धमकी भरा पत्र आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के नाम से है. खत में मंदिर-मस्जिद केस से मुकदमा वापस लेने की धमकी दी गई है. खत में इकबाल अंसारी और उनके वकील को हत्या की धमकी दी गई है. पत्र में लिखा है, मुकदमा वापिस नहीं लिया तो गोलियों के बौछार का सनसनाहट देख लेना. खून की नदियां बहा दूंगा. अयोध्या में रहना चाहते हो तो राम जन्म भूमि का मसला छोड़ दो.
धमकी भरे पत्र में लिखा है, 'पढ़ो, समझो और केस वापस लो.' चेतावनी भरे लहजे में लिखे गए पत्र में लिखा गया है, 'मो इकबाल अंसारी, मो फारुख शहाबुद्दीन, मौलाना मो निशान सुन लो, राम जन्मभूमि अयोध्या उत्तर प्रदेश राज्य में विवादित स्थल पर जालसाजी, जालफरेबी, धोखाधरी का जो सिविल केस साधु संतों पर किया है उसी को लेकर यह पत्र है.'
पत्र में लिखा है, 'इस केस को तुम वापस ले लो, हिंदू राजा राम पर तुम मुसलमान आंख नहीं दिखाओ, आंख दिखाओगे तो वो फोड़ दूंगा. फर्जी वादी केस के लिए कोर्ट कचहरी में बोली लगाते हो, जीभ काट लूंगा.' पत्र में यह भी लिखा है कि, 'सुप्रीम कोर्ट में हिंदू चीफ जस्टिस है, रामलला के पक्ष में जीत सुनिश्चित है. राम मंदिर विवादित स्थल का अपील सुप्रीम कोर्ट से वापस लो, अगर अपील वापस नहीं लोगे तो अयोध्या से मुसलमानों का सफाया कर दूंगा. यह मेरा दावा है.'
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लिखे गए पत्र को पढ़ना आसान नहीं है लेकिन ये साफ़ है कि राम जन्मभूमि पाए विवाद को मुक़दमे पर बेवजह बढ़ाया जा रहा है. पत्र में अभद्र भाषा के साथ आपत्तिजनक बातें भी लिखी है. धमकी भरे लहज़े में पत्र में लिखा है कि रामजन्म भूमि हिन्दुओं की है और भगवान राम का मंदिर वही बनेगा. मुसलमानों को अपना दावा छोड़ देना चाहिए.
आगे लिखा है कि अगर केस वापस नहीं लिया तो मरने के लिए तैयार रहे और कोई बचा नहीं पाएगा. इस पत्र में चेतावनियों और धमकियों की भरमार है. अंत में लिखा है तुम्हारा शत्रु और आरजेडी अध्यक्ष का नाम लिखा है. इकबाल की सुरक्षा में फिलहाल दो गनर लगे हैं.
(न्यूज स्टेट इस पत्र की पुष्टि नहीं करता है)
Source : News Nation Bureau