काले धन के मसले पर 2009 से अब तक हज़ारों सभाएं कर चुके बाबा रामदेव ने न्यूज़ नेशन से ख़ास बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने कहा कि यह फैसला अचानक ही लागू होना था। अगर यह फैसला लीक हो जाता तो फिर इसका कोई मतलब ही नहीं बचता। बाबा रामदेव ने कहा कि तकरीबन सारे आर्थिक और राजनीतिक अपराध करने के लिए पांच सौ और हज़ार के नोटों का इस्तेमाल करते थे।
चाहे वह लैंड माफिया हो या गोल्ड माफिया, रियल एस्टेट माफिया, माइनिंग माफिया, सब इसी काले धन से अपने काले धंधे करते थे। ये जाली नोट पाकिस्तान में छपते थे। जिस कंपनी से हम नोट छापने के लिए कागज़ लाते थे, उसी से पकिस्तान भी कागज़ लाके नोट छापता था। अब जिस कागज़, स्याही और मशीन का इस्तेमाल हम करेंगे, वो कंपनी किसी और देश को ये चीज़ें नहीं देगी।
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नॉन परफार्मिंग एसेट्स और विजय माल्या के बारे में पूछे जाने पर पर बाबा रामदेव ने कहा कि एनपीए के भी दो पक्ष हैं। यदि बैंक लिबरल नहीं होगा तो कोई भी नया बिजनेस करना मुश्किल होगा। रामदेव बोले कि पतंजलि योगपीठ के आठ-दस बैंकों में खाते हैं और हमने सबको समय से पहले अपना ऋण चुका दिया। हमने भी पांच सौ करोड़ रुपये का क़र्ज़ लिया था। आज हम पर बैंकों का कोई उधार नहीं है।
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अभी जिनपर नॉन परफार्मिंग एसेट्स हैं, वो बड़े शातिर लोग हैं। उनमें कोई गरीब नहीं है। 99% गरीब अपना कर्ज़ लौटा देता है। ये अमीर एक ही घर को दस बैंकों को दिखा देते हैं। बैंक वाले भी मिल जाते हैं। जो बैंक वाले ऐसा काम करते हैं, उन्हें आजीवन कारावास होना चाहिए। इनमें जो बड़े-बड़े हैं, इनको तो मृत्युदंड भी देना चाहिए।
बाबा रामदेव ने कहा कि जब हम नेता चुनने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं तो देश बनाने के लिए भी लाइन में खड़े रह सकते हैं। लेकिन लाइनों में कोई मौत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या लाइन लगने से कोई मर जाता है। हाय-तौबा राजनीतिक लोग मचा रहे हैं। उन्हें डर है कि इस कदम से मोदी जी बहुत ताकतवर हो जाएंगे।
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जब उनसे पूछा गया कि व्यापर को भी तो हानि हो रही है, तो बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि को भी हर महीने तकरीबन सौ करोड़ का घाटा हो रहा है। हम सहने के लिए तैयार हैं। पैसा बड़ा है या देश बड़ा है। देश पर गौरव है तो देश के लिए कुछ करना भी पडेगा।
उन्होंने कहा कि फैसले को लेकर किसी भी समझदार नेता को कोई दिक्कत नहीं है। ममता बनर्जी और केजरीवाल क्यों विरोध कर रहे हैं, ये मेरी समझ में नहीं आ रहा है।
यह पूछे जाने पर क्या कि मोदी की जान को कोई ख़तरा है, बाबा रामदेव बोले कि जिनकी लाखों करोड़ की दौलत मिटटी में मिल गयी, वो किसी भी हद तक जा सकते हैं। मोदी जी की जान को सच में ख़तरा है। हांलांकि बाबा ने यह भी कहा कि मोदी जी ने बड़ा राजनीतिक संकट मोल ले लिया है। उन्होंने अपने वोट बैंक को खिसका दिया है क्योंकि गरीबों तक पैसा दो-तीन साल में पहुंचेगा। फिर भी ये फैसला देश के हित में लिया गया है। ये बहुत साहसिक और देश पर दूरगामी असर डालने वाला फैसला है।
Source : News Nation Bureau