कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को लोगों से देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री ने यहां विधान सौधा स्थित सम्मेलन कक्ष में दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद वहां मौजूद लोगों को एकता की शपथ दिलाई।
शपथ दिलाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बोम्मई ने कहा, भारत भाषाई और सांस्कृतिक विविधता वाला देश है। यह गर्व की बात है कि भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद पिछले 75 वर्षों में अपने लोकतंत्र और संप्रभुता को सफलतापूर्वक संरक्षित किया है।
उन्होंने कहा, इस अवसर पर आइए हम सत्य, अहिंसा, लोकतंत्र के सिद्धांतों को कायम रखने का संकल्प लें और अहिंसा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे और बातचीत के जरिए किसी भी मुद्दे को हल करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके अपनाएंगे।
स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बारडोली और चंपारण आंदोलन की याद दिलाते हुए बोम्मई ने कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक आंदोलन नहीं था। यह किसानों और मजदूर वर्ग का भी आंदोलन था।
यहां तक कि महात्मा गांधी भी चंपारण आंदोलन के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए चंपारण गए थे। उन्होंने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन के माध्यम से आंदोलन अपने निर्णायक चरण में पहुंच गया, जिसने ब्रिटिश साम्राज्यवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी।
उन्होंने कहा, देश के इस लोकतंत्र और संप्रभुता को बनाए रखना और इसे सफल बनाना हमारी जिम्मेदारी है।
राष्ट्रीय एकता और आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए कई कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए, बोम्मई ने लोगों से कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री के साथ हाथ मिलाने का आह्वान किया।
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Source : IANS