Kerala Lottery Result: केरल लॉटरी ने सोमवार को लगाई इनामों की झड़ी, एक करोड़ रुपये का पहला पुरस्कार
Bengaluru Accident: भगदड़ में 17 साल के शिवलिंगा ने गंवाई थी जान, परिवार को 25 लाख का मुआवजा
डोनाल्ड ट्रंप ने दंगाइयों पर जरूरी कार्रवाई के दिए निर्देश, लॉस एंजिल्स की मेयर से माफी मांगने को कहा
मध्य प्रदेश में कृषि आधारित उद्योग पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी : मोहन यादव
कांग्रेस ने तेलंगाना इकाई के लिए 27 उपाध्यक्षों और 69 महासचिवों की घोषणा की
पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल
साधु-संतों ने पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल को सराहा, सनातन के लिए स्वर्णिम काल बताया
उत्तर प्रदेश: अमरोहा में सीजीएसटी अधीक्षक और कर अधिवक्ता रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
Breaking News: जम्मू-कश्मीर: सांबा में जंग लगा मोर्टार मिला, निष्क्रिय किया

ममता दीदी के राज में दुर्गापूजा पंडाल में अजान, मामला दर्ज

कोलकाता के एक दुर्गापूजा पंडाल में अजान की रिकॉर्डिंग बजने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. इसको लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस के बीच एक मामला दर्ज कराया गया है.

कोलकाता के एक दुर्गापूजा पंडाल में अजान की रिकॉर्डिंग बजने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. इसको लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस के बीच एक मामला दर्ज कराया गया है.

author-image
Nihar Saxena
New Update
ममता दीदी के राज में दुर्गापूजा पंडाल में अजान, मामला दर्ज

कोलकाता के दुर्गा पूजा पंडाल में सुनाई जा रही है अजान.( Photo Credit : एजेंसी)

पश्चिम बंगाल में नवरात्रि पर तुष्टीकरण की राजनीति एक बार फिर सामने आई है. एक दुर्गापूजा पंडाल में अजान की रिकॉर्डिंग बजने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. इसको लेकर सोशल मीडिया पर जहां इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई है, वहीं एक वकील शांतनु सिन्हा ने इसे पूरी तरह से राजनीतिक मामला बताते हुए केस दर्ज कराया है. सोशल मीडिया पर चल रही बहस में दुर्गा पूजा पंडाल में अजान पर सबसे ज्यादा हाय-तौबा मच रही है. अजान के विरोध में लोग कह रहे हैं कि यदि मस्जिद में गीता का सस्वर पाठ हो तो कैसा रहेगा?

Advertisment

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस-NCP ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए संयुक्त घोषणा पत्र जारी की

आयोजकों ने इसे धार्मिक सद्भाव बताया
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोलकाता के बेलीघाटा 33 पल्ली दुर्गापूजा पंडाल में यह अजान बजते सुना गया. हालांकि आयोजकों का तर्क है कि धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए ही दुर्गापूजा पंडाल में मंदिर, मस्जिद और चर्च तीनों को शामिल करने की कोशिश की गई है. इसी के तहत अजान के साथ-साथ मंत्रोच्चार और चर्च की घंटी के आवाज को भी शामिल किया गया.

यह भी पढ़ेंः अयोध्या मामला: SC के फैसले का सम्मान करना ही देशहित में होगा : मायावती

कुछ ने इसे राजनीतिक कदम बताया
उधर, वकील शांतनु सिंघा ने कहा, 'कोई भी मुस्लिम हर 5 मिनट में 'अजान' की आवाज को लेकर उसकी सराहना नहीं करेगा. यह पूरी तरह से राजनीतिक है' उन्होंने आगे कहा, मुझे बताइए कि पूजा पंडाल में अजान से सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में कैसे मदद मिलेगा? मैंने एक व्यक्ति के रूप में यह शिकायत दर्ज की है. अगर मस्जिद से गीता का पाठ किया जाता है तो मुझे दुख होगा. इसी तरह मुझे दुर्गा पूजा पंडाल में अजान से दुख है.

HIGHLIGHTS

  • कोलकाता के बेलीघाटा 33 पल्ली दुर्गापूजा पंडाल में अजान बजने का मामला.
  • आयोजकों ने इसे धार्मिक सद्भाव बढ़ाने वाला कदम बताया.
  • वहीं एक वकील ने इसके खिलाफ मामला दर्ज कराया.
azaan controversy kolkata Durga Poojaj Pandal mamta banarjee
      
Advertisment