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J&K में आयुष्मान योजना लॉन्च, भाषण में DDC चुनाव से बंगाल तक जिक्र, पढ़िए PM मोदी की 10 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के लिए एक बड़ी सेहत योजना की शुरुआत की है. उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत PM-JAY सेहत योजना का शुभारंभ किया है.

Updated on: 26 Dec 2020, 02:17 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के लिए एक बड़ी सेहत योजना की शुरुआत की है. पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत PM-JAY सेहत योजना का शुभारंभ किया है. प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत PM-JAY सेहत योजना के लाभार्थियों को ई-कार्ड वितरित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र की स्वास्थ्य योजना के लाभार्थियों से बात भी की. इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विरोधियों पर हमला बोला.

स्वास्थ्य योजना को ऐतिहासिक करार दिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लागू की गई स्वास्थ्य योजना को ऐतिहासिक करार दिया है. इस स्कीम को प्रदेश के लोगों के लिए आने वाले दिनों में उनकी सहयोगी करार दिया है. उन्होंने कहा कि आज जम्मू कश्मीर में आयुष्मान भारत-सेहत स्कीम शुरु की गई है. इस स्कीम के तहत लोगों को जब 5 लाख रु.तक का मुफ्त इलाज मिलेगा तो जीवन में कितनी बड़ी सहूलियत आएगी. अभी आयुष्मान भारत योजना का लाभ राज्य के करीब 6 लाख परिवारों को मिल रहा था. सेहत योजना के बाद यही लाभ सभी 21 लाख परिवारों को मिलेगा.

इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत की भावना के साथ बढ़ रहा है राज्य

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आज का दिन जम्मू-कश्मीर के लिए ऐतिहासिक है. आज जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ मिलने जा रहा है. सेहत योजना अपने आप में एक बहुत बड़ा कदम है और जम्मू-कश्मीर के अपने लोगों के विकास के लिए ये कदम उठाता देख मुझे भी बहुत खुशी हो रही है. उन्होंने कहा कि अटल जी का जम्मू कश्मीर से एक विशेष स्नेह था. अटल जी इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत की बात को लेकर हम सबको आगे के काम के लिए दिशा-निर्देश देते रहे हैं. आज जम्मू कश्मीर इसी भावना को लेकर आगे बढ़ रहा है.

पहले कभी नहीं दिया गया जम्मू-कश्मीर में हेल्थ सेक्टर पर ध्यान

जम्मू-कश्मीर अब देश के विकास के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है, कोरोना को लेकर भी जिस तरह यहां काम हुआ है वो प्रशंसनीय है. जम्मू-कश्मीर में हेल्थ सेक्टर पर आज जितना ध्यान दिया जा रहा है उतना पहले कभी नहीं दिया गया. कोरोना महामारी के दौरान जम्मू-कश्मीर में करीब 18 लाख सिलेंडर रिफिल कराए गए. स्वच्छ भारत अभियान के तहत जम्मू कश्मीर में 10 लाख से ज़्यादा टॉयलेट बनाए गए. लेकिन इसका मकसद सिर्फ शौचालय बनाने तक सीमित नहीं, ये लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने की भी कोशिश है.

डीडीसी चुनावों का जिक्र किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालिया जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों का जिक्र किया. मोदी ने डीडीसी के चुनावों में राज्य की जनता के बढ़चढ़कर भाग लेने की सराहना की. उन्होंने कहा, 'जिला विकास परिषद के चुनाव ने एक नया अध्याय लिखा है. जम्मू-कश्मीर के हर मतदाता के चेहरे पर मुझे विकास के लिए एक उम्मीद नजर आई. इन चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने का काम किया है. जिला विकास परिषद के चुनाव ने एक नया अध्याय लिखा है. जम्मू-कश्मीर के हर मतदाता के चेहरे पर मुझे विकास के लिए एक उम्मीद नजर आई. इन चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने का काम किया है.'

उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर के हर वोटर के चेहरे पर मुझे विकास के लिए, डेवलपमेंट के लिए एक उम्मीद नजर आई, उमंग नजर आई. जम्मू कश्मीर के हर वोटर की आंखों में मैंने अतीत को पीछे छोड़ते हुए, बेहतर भविष्य का विश्वास देखा. मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भी बधाई देता हूं.' प्रधानमंत्री मोदी ने डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव को एक नया अध्याय बताया. उन्होंने कहा, 'मैं चुनावों के हर फेज में देख रहा था कि कैसे इतनी सर्दी के बावजूद, कोरोना के बावजूद, नौजवान, बुजुर्ग, महिलाएं बूथ पर पहुंच रहे थे.'

जम्मू-कश्मीर में सरकार से हटने की वजह बताई

नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में सरकार से निकलने की भी वजह बताई. उन्होंने कहा कि एक समय था, जब जम्मू-कश्मीर में वो सरकार का हिस्सा थे. प्रधानमंत्री ने कहा कि लेकिन हम सरकार से बाहर आ गए. हमारा यही मुद्दा था कि जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव करवाए जाएं. उन्होंने कहा, 'डीडीसी चुनावों में इस बार लोग अपने नाम के बल पर, नहीं बल्कि अपने काम के बल पर जीते हैं. और जो लोग जीते हैं वो लोगों के बीच से निकले हैं, जो वहां के लोगों की परेशानियों को समझ सकते हैं.' पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ये त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था एक प्रकार से महात्मा गांधी का ग्राम स्वराज का सपना पूरा किया है. देश में जो पंचायती राज व्यवस्था है उसने आज जम्मू-कश्मीर की धरती पर पूर्णता को प्राप्त किया है.

बिना नाम लिए कांग्रेस पर बोला हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीडीसी को लेकर विपक्ष पर कसा तंज कसते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में इन चुनावों ने ये भी दिखाया कि हमारे देश में लोकतंत्र कितना मजबूत है. लेकिन एक पक्ष और भी है, जिसकी तरफ मैं देश का ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूं. उन्होंने कहा, 'दिल्ली में कुछ लोग सुबह शाम आए दिन मोदी को कोसते रहते हैं. लोकतंत्र सिखाने के लिए नए नए पाठ बताते रहे हैं. जो लोग मुझे सुबह शाम लोकतंत्र सीखने की कोशिश करते हैं. पहले वो देखें उनके अपने राज्य में क्या चल रहा है.

प्रधानमंत्री ने पुडुचेरी का उदाहरण दिया

प्रधानमंत्री ने पुडुचेरी का उदाहरण दिया, जहां 2011 के बाद पंचायत चुनाव नहीं हुए हैं. मोदी ने कहा, 'आप हैरान होंगे, सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ये आदेश दिया था. लेकिन वहां जो सरकार है, इस मामले को लगातार टाल रही है. साथियों, पुडुचेरी में दशकों के इंतजार के बाद साल 2006 में लोकल बॉडी पोल्स हुए थे. इन चुनावों में जो चुने गए उनका कार्यकाल साल 2011 में ही खत्म हो चुका है.' उन्होंने कहा कि पुडुचेरी में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पंचायत और म्यूनिसिपल इलेक्शन नहीं हो रहे. कुछ राजनीतिक दलों की कथनी और करनी में कितना बड़ा फर्क है, लोकतंत्र के प्रति वो कितना गंभीर है इस बात से ही पता चलता है.

ममता बनर्जी पर भी किया कटाक्ष

जम्मू-कश्मीर की जनता को आयुष्मान भारत की योजना के लाभ गिनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज केंद्र की स्वास्थ्य योजना का लाभ जम्मू-कश्मीर के लोग किसी स्थिति में देश में कहीं भी ले सकते हैं. मुंबई में गए हैं तो वहां भी इस योजना के जरिए अपना इलाज करा सकते हैं. इसी दौरान बिना नाम लिए ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'जम्मू कश्मीर के लोग कोलकाता जाते हैं तो वहां उनका इलाज नहीं हो सकता है, क्योंकि वहां की सरकार केंद्र की योजना को अपने यहां लागू ही नहीं कर रही है. कुछ ऐसे भी लोग होते हैं.'

नए कृषि कानूनों पर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर की जनता को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि नए कृषि सुधारों ने जम्मू और घाटी में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिए नए अवसर बना दिए हैं. इससे हज़ारों लोगों को स्वरोजगार के मौके मिलने वाले हैं.' मोदी ने यह भी कहा कि सेब के स्टोरेज के लिए सरकार जो सहायता कर रही है, उसमें भी किसानों को बहुत लाभ हुआ है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नए किसान उत्पादक संघ का निर्माण हो, नए बनें इसके लिए भी लगातार प्रशासन प्रयास कर रहा है.

सीमा पर शैलिंग का जिक्र करते हुए पिछली सरकारों को घेरा

प्रधानमंत्री ने कहा, 'सीमा पर होने वाली शैलिंग हमेशा से चिंता का विषय रही है, इसके समाधान के लिए बॉर्डर पर बंकर बनाने का काम तेज गति से किया जा रहा है. संवेदनशील जगहों पर बड़ी तादाद में ना सिर्फ बंकर बनाए गए हैं बल्कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए सेना और सुरक्षा बलों को भी खुली छूट दी गई है.' इस दौरान विपक्ष को घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे देश में जिन लोगों ने दशकों तक शासन किया उनकी एक बहुत बड़ी भूल ये रही कि उन्होंने देश के सीमावर्ती इलाकों के विकास को पूरी तरह नजरअंदाज किया.

पीएम मोदी ने आगे कहा, 'उनकी सरकारों की इस मानसिकता ने जम्मू-कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट को पिछड़ेपन में रहने के लिए मजबूर कर दिया. ऐसी मानसिकता कभी देश का संतुलित विकास नहीं कर सकती. ऐसी नकारात्मक सोच की हमारे देश में कोई जगह नहीं है, न सीमा के पास और न सीमा से दूर.' उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है कि देश का कोई भी क्षेत्र विकास की धारा से अब वंचित नहीं रहेगा. ऐसे क्षेत्रों में लोगों का बेहतर जीवन भारत की एकता और अखंडता को मजबूती देगा.