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कांग्रेस सीडब्ल्यूसी बैठक के दौरान राजस्थान के आयुर्वेद डॉक्टर्स का प्रदर्शन

कांग्रेस सीडब्ल्यूसी बैठक के दौरान राजस्थान के आयुर्वेद डॉक्टर्स का प्रदर्शन

Updated on: 16 Oct 2021, 07:40 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई। वहीं इन बीच बैठक के बाहर राजस्थान के संविदा आयुर्वेद डॉक्टर्स ने जमकर प्रदर्शन किया।

गौरतलब है कि दिल्ली 24 अकबर रोड़ स्थित कांग्रेस मुख्यालय में अंदर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक चल रही थी, बाहर राजस्थान से गए आयुर्वेद संविदा डॉक्टर प्रदर्शन करने पहुंच गए। संविदा आयुर्वेद डॉक्टर सुबह 10 बजे से दोपहर बैठक खत्म होने तक कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जुटे रहे। दरअसल उद्देश्य सबका ध्यान अपनी ओर खींचना ही था। सीडब्ल्यूसी बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं के बैठक से बाहर आने पर प्रदर्शनकारियों ने उनसे मिलने का भी प्रयास किया।

संविदा आयुर्वेद डॉक्टर्स के प्रदर्शन में शमिल एक प्रदर्शनकारी ने डॉक्टर्स ने आईएएनएस से कहा, राजस्थान में 1050 संविदा डॉक्टर पिछले 10 सालों से काम कर रहे हैं। आयुर्वेद विभाग ने 597 आयुर्वेद डॉक्टर्स की भर्ती निकाली हुई है। जिनमें 228 पद बैकलॉग के होने के कारण सामान्य और ओबीसी के लगभग 700 संविदा आयुर्वेद डॉक्टर नियमित होने से वंचित रह जाएंगे।

आयुर्वेद डॉक्टर्स ने कहा, कोरोना काल में सभी संविदा डॉक्टर्स ने जीतोड़ मेहनत कर राजस्थान को कोरोना मुक्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। तब सरकार ने भी संविदा डॉक्टर्स के योगदान को माना था। लेकिन अब अगर सरकार की ओर से जल्द इस भर्ती में पद नहीं दिए जाते तो 250 डॉक्टर्स ओवरएज हो जाएंगे।

आयुर्वेद डॉक्टर्स ने नेताओं को दिये अपने ज्ञापन में लिखा, संविदाकर्मियों को नियमित किया जाना है। वर्तमान में आयुर्वेद विभाग में लगभग 1300 पद खाली हैं, जिसमें से 597 पदों की भर्ती प्रक्रियाधीन है और विभिन्न केडर के बचे हुए करीब 745 डॉक्टर्स के पद अभी भी खाली हैं। इन खाली 745 पदों को छायापद मानते हुए वर्तमान प्रक्रियाधीन भर्ती में जोड़कर सभी संविदा आयुर्वेद डॉक्टर्स को नियमित किया जा सकता है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.