पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मन की बात में अयोध्या केस (Ayodhya Case) का जिक्र किया. मोदी ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए समाज किस तरह से सतर्क रहा है, इसका उदाहरण सितंबर 2010 में इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले से मिला था. बता दें अयोध्या विवाद (Ayodhya Dispute) पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले (Ayodhya Verdict) का ऐलान कल होने वाला है. अयोध्या में फैसले से पहले ही शहर भर में चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती हो चुकी है. अयोध्या के पड़ोसी जिले अंबेडकरनगर के विभिन्न कॉलेजों में 8 अस्थायी जेल भी बनाई गई हैं. वहीं देश में गृहमंत्रालय द्वारा सभी राज्यों को अलर्ट भी कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर भी प्रशासन नजर रखे हुए है. आइए जानें इसको लेकर किसने क्या अपील की है..
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे.
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पीएम मोदी ने कहा कि देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं. कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है.
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पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या पर कल सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ रहा है. पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था. इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं.
- अयोध्या पर फैसले से पहले CM योगी ने मंत्रियों को दिया विवादित टिप्पणी से बचने का निर्देश… योगी सरकार ने पुलिस प्रशासन के सभी अफसरों की सभी छुट्टियां 30 नवंबर तक के लिए रद्द कर दी हैं
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या मसले पर आने वाले फैसले को लेकर प्रदेशवासियों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है
- अयोध्या केस में फैसले से पहले RSS ने बनाई अग्रिम रणनीति,छतरपुर में हुई बैठक में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संघ के सभी 36 अनुषांगिक संगठनों के शीर्ष पदाधिकारी भाग लिया . राम मंदिर पर आने वाले फैसले के बाद देश में शांति-व्यवस्था बरकरार रखने को लेकर एहतियातन किए जाने वाले उपायों पर भी इस बैठक में चर्चा हुई
- RSS ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक की और शांति में सहयोग की अपील की है. बैठक में आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी कृष्ण गोपाल और इंद्रेश कुमार, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन, जफर इस्लाम तथा शाजिया इल्मी शामिल थीं. मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति फिरोज बख्त अहमद और कुछ अन्य मुस्लिम बुद्धिजीवी भी मौजूद थे.
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की शांति बहाल रखने की अपील
- मुस्लिम धर्मगुरुओं की तरफ से लोगों से शांति सद्भाव बनाए रखने की अपील की जा रही है
- सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की टिप्पणी न करने की लोगों को हिदायत दे रहे हैं.
- नवम्बर को जुमा के दिन देश की ज़्यादातर मस्जिदों से कोर्ट के फैसले के स्वागत की अपील की गयी है
- कहा गया है की अयोध्या मसले पर फैसला कुछ भी आए लोगों को आपसी भाईचारा बनाए रखना है.
- देवबंद के उलेमाओं ने भी अपील की है की सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी दिल से मानें
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Source : साजिद अशरफ