देश के सबसे पुराने मामले अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट (Ayodhya case) शनिवार को फैसला सुनाएगा. पांच जजों की संवैधानिक पीठ इस फैसले को पढ़ेगी. जजों की पीठ सुबह 10.30 बजे कोर्ट में बैठेगी और इसके बाद फैसला सुनाएगी. इसे लेकर देश के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
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पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ रहा है. पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था. इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं.
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं. कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है.
पीएम मोदी ने तीसरा ट्वीट कर कहा कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे. बता दें कि सीएम योगी ने भी प्रदेशवासियों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लोगों से अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या प्रकरण के संबंध में दिए जाने वाले फैसले को लेकर प्रदेशवासियों से अपील की है कि इस फैसले को जीत-हार के साथ जोड़कर न देखा जाए. यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण को हर हाल में बनाए रखें. अफवाहों पर कतई ध्यान न दें.
सीएम योगी ने आगे कहा कि प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कटिबद्ध है. अगर कोई भी व्यक्ति कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, लखनऊ में सारे स्कूल-कॉलेज, शिक्षण संस्थान और प्रशिक्षण संस्थान सोमवार तक के लिए बंद कर दिए गए हैं.
फैसले के मद्देनजर अयोध्या जिले को चार जोन में बांटा गया है. रेड, येलो, ग्रीन और ब्लू में जोन में बांटे गए जिले में 48 सेक्टर बनाए गए हैं. सबसे बड़ी बात विवादित परिसर को रेड जोन में रखा गया है. सुरक्षा योजना इस तरह बनाई गई है कि एक आदेश पर पूरी अयोध्या को सील किया जा सकेगा. अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त 100 कंपनियां मांगी गई हैं. यहां सुरक्षाबलों की 47 कंपनियां अभी भी तैनात है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो