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प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : फाइल)
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अयोध्या मुद्दे पर 'नेशनल हेराल्ड' समाचार पत्र में प्रकाशित एक आलेख को लेकर रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधा, जिसमें कहा गया था कि उच्चतम न्यायालय के फैसले ने पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत के कार्यों की याद दिला दी. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विपक्षी पार्टी पर दोहरा रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया. हालांकि, नेशनल हेराल्ड ने अपनी बेवसाइट से वह आलेख हटा लिया. नेशनल हेराल्ड का संचालन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) करती है जिसका प्रबंधन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किया जाता है.
समाचार पत्र ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आलोचना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि समाचार पत्र के आलेख में कहा गया, ‘‘भारत के उच्चतम न्यायालय ने बिल्कुल वही फैसला सुनाया जो विश्व हिंदू परिषद और भारतीय जनता पार्टी (BJP) शुरू से चाहती थी, यह स्वीकार करने के बाद भी कि मूर्तियों को स्थापित करना और मस्जिद का गिराया जाना गैरकानूनी था.” आलेख में दावा किया गया था कि अयोध्या फैसला पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत की याद दिलाता है जिसने वहां के तत्कालीन गवर्नर जनरल गुलाम मुहम्मद के कुछ ‘‘अवैध कार्यों’’ को मंजूरी दी थी.
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पात्रा ने कहा कि यह दुखद है कि इस तरह का लेख समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी न्यायिक व्यवस्था उतनी पारदर्शी नहीं है जितनी भारत की है.’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लेख से कांग्रेस के दोहरे रुख का पर्दाफाश हो गया. इस बीच, अखबार ने अयोध्या फैसले पर एक और आलेख को हटा लिया और अपने ट्विटर हैंडल पर माफी मांगी.
We apologise if the article ‘Why a devout Hindu...’ hurt anyone or any group’s sentiments. The views expressed in the article are author’s personal views and do not reflect those of #NationalHeraldhttps://t.co/J1r9GlsVHv
— National Herald (@NH_India) November 10, 2019
(इनपुटः भाषा)
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो