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Ram Mandir Priest Uniform ( Photo Credit : Social Media)
अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में पुजारियों के लिए ड्रेस कोड लागू हो गया है. नया कोड आज से लागू होगा. पुजारी के लिए अब मंदिर में फोन लेकर जाने में पांबदी है. अयोध्या के मुख्य पुजारी, चार सहायक पुजारी और 20 प्रशिक्षु पुजारी नए परिधान में दिखेंगे. राम मंदिर के पुजारी अब तक गर्भगृह में केसरियां रंग के साफा, कुर्ता और धोती पहनते थे. अब सभी पुजारी पीतांबरी चौबंदी, धोती और सिर पर साफा बांधे दिखाई देंगे. मोबाइल पांबदी के फैसले पर एक पुजारी ने बताया कि सुरक्षा कारणों के चलते यह फैसला लिया गया है.
मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास जी भी राजी
मंदिर के सहायक पुजारी का कहना है कि धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि पुजरियों को ऐसे कपड़े पहनने चाहिए, जिनमें पांव और सिर न डालना पड़े. इसलिए नए ड्रेस कोड लागू किए गए हैं. नए ड्रेस कोड से एकरूपता आएगी. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी ने भी इसपर सहमति जाहिर की है.
पुजारियों की सभी टीमें 5-5 घंटे देंगी सेवा
राम मंदिर ट्रस्ट पुजारियों को हर माह 32 हजार रुपये वेतन देता है. अभी मंदिर में एक मुख्य पुजारी और चार सहायक पुजारी हैं हालांकि, अब हर सहायक पुजारी के साथ पांच प्रशिक्षु पुजारी सेवा देंगे. सुबह 3.30 बजे से रात 11 बजे तक सेवाएं होंगी. हर पुजारी सिर्फ पांच घंटे ही सेवा देगा.
मंदिर में पांच बार आरती और दो बार भोग
मंदिर में प्रभु श्रीराम की पांच बार आरती की जाती है. उन्हें दो बार भोग लगाया जाता है. रामलला की पहली जागरण आरती सुबह 4 बजे होती है. वहीं 6 बजे शृंगार आरती होती है. सुबह 9 बजे जलपान होता है. दोपहर 12 बजे आरती और भोग लगाया जाता है. शाम चार बजे जलपान होता है. शाम सात बजे संध्या आरती होती है. रात 9.30 बजे भोग लगाया जाता है. रात 10 बजे शयन आरती होती है. अब अलग-अलग पहर की आरती में अलग-अलग पुजारी होंगे। प्रशिक्षु पुजारियों का दीक्षांत समारोह पहले 30 जून को होना था पर अब जुलाई के पहले सप्ताह में होगा.
Source : News Nation Bureau