सुब्रह्मण्यम स्वामी ने चीफ जस्टिस से राम जन्मभूमि विवाद के साथ उनकी याचिका पर भी सुनवाई करने की मांग की
स्वामी का मानना है कि उन्हे राम जन्मभूमि स्थान पर पूजा करने का मौलिक हक है. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट करके अपने दु:ख का इजहार किया है.
नई दिल्ली:
अयोध्या राम जन्मभूमि -बाबरी मस्जिद विवाद मामले में सुब्रह्मण्यम स्वामी ने चीफ जस्टिस से मांग की है कि कल होने वाली मुख्य भूमि विवाद की सुनवाई के साथ उनकी अर्जी पर भी सुनवाई की जाए. उन्होंने अपनी अर्जी में पूजा के अधिकार का हवाला दिया है. जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वामी को कल होने वाली सुनवाई में मौजूद रहने को कहा है. स्वामी का मानना है कि उन्हे राम जन्मभूमि स्थान पर पूजा करने का मौलिक हक है. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट करके अपने दु:ख का इजहार किया है.
Subramanian Swamy mentions before Supreme Court his plea that he has a fundamental right to offer prayer at the site of Ram Mandir-Babri Masjid, Ayodhya. CJI Gogoi asks him to be present in court tomorrow during the hearing of the Babri Masjid-Ram Janmabhoomi land dispute case.
— ANI (@ANI) February 25, 2019
स्वामी का कहना है कि 'पूजा के अधिकार' को लेकर दायर उनकी अर्जी पर पिछले 1 साल से सुनवाई नहीं हो पाई है. बता दें सुप्रीम कोर्ट में 26 फरवरी को अयोध्या केस की सुनवाई होनी है. चीफ जस्टिस (CJI) रंजन गोगोई की बेंच इसकी सुनवाई करेगी. इस बेंच में जस्टिस एसए बोबड़े, डीवाई चंद्रचूड़, अशोक भूषण, अब्दुल नजीर शामिल हैं.
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अयोध्या मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने बेंच गठित की. इससे पहले जस्टिस बोबड़े के अवकाश पर रहने के चलते 29 जनवरी को तय सुनवाई टल गई थी.