ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य मौलान सलमान हसनी नदवी के खिलाफ बयान देने पर अयोध्या सदभावन समन्वय महासमिति के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा को पद से निलंबित कर दिया गया है।
अमरनाथ मिश्रा पर यह कार्रवाई राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण व्यास की तरफ से किया गया है। बीते दिनों अमरनाथ मिश्रा ने आरोप लगाया था कि नदवी ने अयोध्या में मस्जिद के लिए जमीन, पैसा और पद की मांग की थी।
मिश्रा ने कहा, 'मैं इस मसले पर किसी मोल भाव के पक्ष में नहीं हूं, आखिर मैंने क्या गैर कानूनी किया है? क्या राम मंदिर निर्माण की बात करना गैर कानूनी है लेकिन एक आदमी बगदादी को प्रोफिट और अयोध्या को मक्का की तरह बनना चाहता है तो क्या यह जायज और कानूनी है?'
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अमरनाथ मिश्रा ने साफ किया कि वो बीते 30 साल से राम मंदिर के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि 14 मार्च से राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में शुरू हो रही सुनवाई में वो वरिष्ठ वकीलों की मदद करते रहेंगे।
मिश्रा ने आरोप लगाया कि अयोध्या को मक्का बनाने की साजिश रची जा रही है। पांच फरवरी को मिश्रा ने कहा था कि वो नदवी से मिले थे और बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि को लेकर बातचीत हुई थी जिसके बाद उनकी चिट्ठी आई थी और उसमें कई मांगे थी।
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Source : News Nation Bureau