फ्रंट रनिंग के आरोपों से घिरा एक्सिस म्युचुअल फंड अब भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के रडार पर आ गया है।
सेबी फ्रंट रनिंग को गंभीर आर्थिक अपराधों में से एक मानती है। सूत्रों के मुताबिक सेबी यह जांच कर रही है कि एक्सिस म्युचुअल फंड के फंड मैनेजर इस अपराध में संलिप्त थे या नहीं।
रिपोर्ट के मुताबिक सेबी की जांच को देखते हुये एक्सिस म्युचुअल फंड ने फ्रंट रनिंग के आरोपी दोनों फंड मैनेजर वीरेश जोशी और दीपक अग्रवाल को जांच पूरी होने तक किसी भी फंड का प्रबंधन करने से रोक दिया है। दोनों फंड मैनेजर सस्पेंड कर दिये गये हैं।
जोशी पांच म्युचुअल फंड स्कीम का फंड मैनेजर था जबकि अग्रवाल तीन म्युचुअल फंड स्कीम का फंड मैनेजर था।
एक्सिस म्युचुअल फंड 2.59 ट्रिलियन रुपये के फंड का प्रबंधन करता है।
एक्सिस म्युचुअल फंड ने बताया कि एक्सिस एएममसी गत दो माह से स्वत: संज्ञान पर जांच कर रहा है। उसने इसके लिये प्रतिष्ठित सलाहकारों को नियुक्त किया है।
एक्सिस म्युचुअल फंड का कहना है कि वह सभी वैधानिक औैर नियामकीय शर्तो का गंभीरता से पालन करता है और वह उल्लंघन के मामलों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाता है।
एक्सिस म्युचुअल फंड ने मीडिया से अनुरोध किया है कि वह अटकलों और गॉसिप को तवज्जो न दे। ये निराधार हैं और एक्सिस म्युचुअल फंड इन्हें खारिज करता है।
गौरतलब है कि इन दोनों फंड मैनेजर पर आरोप है कि ये म्युचुअल फंड के स्टॉक में निवेश करने से पहले ही व्यक्तिगत तौर पर उस स्टॉक की खरीद कर लेते थे। इसके बाद उस स्टॉक में म्युचुअल फंड का निवेश होता था, जिससे उस स्टॉक के दाम बढ़ जाते थे।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS