ऑस्ट्रेलियाई यात्रा प्रतिबंधों ने कोविड के मामलों को 88 प्रतिशत तक कम किया: अध्ययन

ऑस्ट्रेलियाई यात्रा प्रतिबंधों ने कोविड के मामलों को 88 प्रतिशत तक कम किया: अध्ययन

ऑस्ट्रेलियाई यात्रा प्रतिबंधों ने कोविड के मामलों को 88 प्रतिशत तक कम किया: अध्ययन

author-image
IANS
New Update
Autralian travel

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय विज्ञान एजेंसी ने एक ऐसा उपकरण विकसित किया है, जो देश के लिए सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में कोरोनावायरस संक्रमणों की संख्या का अनुमान लगाने में सक्षम है।

Advertisment

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह मॉडल कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईआरओ) द्वारा विकसित किया गया था। यह एक उड़ान में केस संख्या का अनुमान लगाने के लिए आने वाले यात्रियों की संख्या और उनके मूल देश में कोविड -19 संक्रमण की दर का उपयोग करता है।

सीएसआईआरओ के शोध वैज्ञानिक जेस लिबिग ने कहा कि यह यात्रा प्रतिबंधों और सीमाओं को खोलने पर सरकारी निर्णयों में सहायता के लिए एक अन्य उपकरण के रूप में कार्य करेगा।

उन्होंने बुधवार को एक बयान में कहा, मॉडल एक लचीला ढांचा है जिसका उपयोग यात्रा प्रतिबंधों के प्रभावों को मापने और प्रस्तावित आराम का मूल्यांकन करने के लिए किया जा सकता है।

यह हमें यात्रियों के समूहों को वायरस ले जाने की सबसे अधिक संभावना को इंगित करने में सक्षम बनाता है, इसलिए अधिकारी स्वास्थ्य देखभाल और जैव-सुरक्षा नियंत्रण रणनीतियों को अधिक कुशलता से निर्देशित कर सकते हैं।

बुधवार को प्रकाशित एक अध्ययन में, लिबिग की टीम ने मॉडल को दो अलग-अलग परिदृश्यों पर लागू किया; एक खुली अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के साथ और 1 जनवरी और जून 2020 के बीच संघीय सरकार द्वारा लगाए गए वास्तविक यात्रा प्रतिबंधों के साथ है।

उन्होंने पाया कि प्रतिबंधों ने ऑस्ट्रेलिया में लाए गए कोविड -19 मामलों की संख्या में 88 प्रतिशत की कमी की है।

लिबिग ने कहा, हमारे मॉडलिंग से पता चलता है कि यात्रा प्रतिबंधों के बिना, 48,000 से अधिक कोविड -19 मामलों को जनवरी से मई 2020 तक ऑस्ट्रेलिया में आयात किए जाने की संभावना थी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
Advertisment