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भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए 6 करार, आतंकवाद और शिक्षा पर रहा जोर, पीएम ने दी कोहली-स्मिथ की मिसाल

ऑस्ट्रेलिया के पीएम मैल्कम टर्नबुल के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हम आपके नेतृत्व में रिश्तों के नए मील के पत्थर को छुएंगे।

Updated on: 10 Apr 2017, 08:45 PM

highlights

  • भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए 6 करार, आतंकवाद और शिक्षा पर रहा जोर
  • पर्यावरण, जलवायु और वन्यजीव के क्षेत्र में सहयोग के लिए भी हुआ समझौता

नई दिल्ली:

भारत और ऑस्ट्रेलियाई के बीच 6 समझौते पर हस्ताक्षर हुए। दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ हर कदम उठाने में भी एक-दूसरे का मदद करेंगे। इस दौरान आयोजित जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी दी गई।

दोनों देशों के बीच वार्ता की शुरुआत होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिकेटरों के प्रदर्शन की बात रखी। उन्होंने विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ को क्रिकेटरों को प्रेरणा का स्रोत बताया।

ऑस्ट्रेलिया के पीएम मैल्कम टर्नबुल के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हम आपके नेतृत्व में रिश्तों के नए मील के पत्थर को छुएंगे।

शिक्षा के क्षेत्र के विकास का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश इस पर काम कर रहें हैं। पीएम ने कहा कि विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में दोनों देश मिलकर बढ़ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इसी कारण ऑस्ट्रेलिया 2022 तक 40 करोड़ भारतीयों के स्किल डेवलपमेंट में मदद करेगा। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि आज ऑस्ट्रेलिया ने छात्र यहां पढ़ाई के लिए आते हैं, जिससे साबित होता है कि शिक्षा का क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है।

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साल 2015 में कार्यभार संभालने के बाद टर्नबुल का भारत में यह पहला दौरा है। पीएम ने कहा कि हम जानते हैं कि आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसी चुनौतियों का सामना हमारे क्षेत्रों की सीमाओं से परे हैं।

किन-किन समझौतों पर बनी बात

पहला समझौताः अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद तथा संगठित अपराध से मुकाबले को लेकर किया गया।

दूसरा समझौताः नागरिक उड्डयन सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग विकसित करने तथा उसे बढ़ावा देने को लेकर किया गया।

तीसरा समझौताः पर्यावरण, जलवायु तथा वन्यजीव के क्षेत्र में सहयोग के लिए किया गया।

चौथा समझौताः खेल के क्षेत्र में सहयोग के लिए दोनों देश एक दूसरे को मदद करेंगे

पांचवा समझौताः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने जियोसाइंस ऑस्ट्रेलिया के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया, जिसका मकसद पृथ्वी अवलोकन तथा उपग्रह नौवहन में सहयोग के लिए व्यवस्था का क्रियान्वयन करना है।

छठा समझौताः स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग के लिए किया गया।