हज़ार और पांच सौ के नोटों पर बैन लगने के बाद आसार थे कि शुक्रवार से स्थिति सामान्य होने लगेगी लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। एटीएम के खुलते ही पैसे ख़त्म हो जा रहे हैं और बैंकों के आगे लम्बी कतार देखी जा रही है। अधिकतर मशीनों में 100 के नोट भी डाले गए थे, लेकिन उनका नामोनिशान नहीं दिख रहा और लोग बेचैन हैं। कई मशीनें काम भी नहीं कर रहीं हैं।
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बैंकों ने कहा है कि वो अपनी मशीनों को दुरुस्त रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन जब तक 500 और 2000 के नए नोट नहीं आते, दबाव बना रहेगा। हांलांकि ये कुछ ही दिनों की बात होगी और स्थिति सामान्य हो जायेगी। इससे पहले आरबीआई के निर्देश में कहा गया था कि शुक्रवार सुबह 6 बजे से सभी एटीएम से रुपये निकलने लगेंगे लेकिन गुरुवार देर रात तक कई बैंकों के पास कैश की कमी थी। लोगों की सुविधा के लिए 30 दिसम्बर तक किसी भी एटीएम से पैसे निकालने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते मंगलवार चौंका देने वाला फैसला लिया। सरकार ने काले धन और भ्रष्टाचार पर बड़ा हमला बोलते हुए 500 और 1000 रुपए के नोट को बैन कर दिया था। इस फ़ैसले में कहा गया कि जिनके पास भी 500 और 1000 के नोट हैं, उन्हें अगले 50 दिनों के भीतर यानी 30 दिसंबर तक बैंक खाते या पोस्ट ऑफिस में जमा कराना होगा। साथ ही, चेक, डिमांड ड्राफ्ट, क्रेडिट या डेबिट कार्ड से सामान्य लेनदेन किया जा सकेगा।
Source : News Nation Bureau