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राहुल गांधी पर धरने का नहीं हुआ असर, अपने फैसले पर हैं अडिग, अध्यक्ष पद के नाम पर नहीं बनी सहमति

मंगलवार को पार्टी ऑफिस के बाहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता समेत सैकड़ों कार्यकर्ता राहुल गांधी को इस्तीफा वापस लेने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए.

Updated on: 02 Jul 2019, 10:08 PM

highlights

  • राहुल गांधी को मनाने के लिए धरने पर बैठे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता
  • राहुल गांधी अपने इस्तीफे के फैसले पर हैं अडिग
  • कांग्रेस अध्यक्ष के नाम पर नहीं बनी है सहमति

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul gandhi) इस्तीफे पर अड़े हुए हैं, जिन्हें लगातार मनाने की कोशिश हो रही है. मंगलवार को पार्टी ऑफिस के बाहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता समेत सैकड़ों कार्यकर्ता इस्तीफा वापस लेने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. इस धरने में मोतीलाल बोरा, अशोक गहलोत, अहमद पटेल भी शामिल हुए.

हमारे संवाददाता मोहित दूबे की मानें तो कांग्रेस ऑफिस के बाहर चल रहा धरना खत्म हो गया है. मोतीलाल बोरा, अशोक गहलोत, अहमद पटेल के आने के बाद धरने को खत्म किया गया है.

सूत्रों के मुताबिक अभी तक राहुल गांधी को लेकर कोई विकल्प नहीं खोजा जा सका है. कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शामिल सुशील कुमार शिंदे, मीरा कुमार, केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे और एके एंटनी में से किसी के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है.

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वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अभी हमारे कैप्टन राहुल गांधी हैं और उम्मीद करते हैं कि आगे भी वही रहेंगे.

बता दें कि सोमवार को राहुल गांधी ने कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी मौजूद थे. बैठक में राहुल गांधी से इस्तीफा देने के फैसले को वापस लेने के लिए अपील की थी. लेकिन इनके अपील का राहुल गांधी पर कोई असर नहीं हुआ. वो अपने फैसले पर अडिग नजर आ रहे हैं.