नाबालिग के साथ रेप मामले में सजा दिये जाने के बाद पीड़ित लड़की के पिता ने कहा है कि वो फैसले से खुश हैं और उनकी कोशिश होगी कि ऊपरी अदालतों से भी आसाराम को राहत न मिले।
उन्होंने कहा कि वो जोधपुर जाने की हिम्मत नहीं कर पाए क्योंकि उन्हें डर था कि कही उन पर आसाराम के समर्थक हमला न कर दें।
उन्होंने कहा, 'मैं खुश हूं इस फैसले से क्योंकि इसने मेरे चार साल, सात महीने और 23 दिन के संघर्ष के साथ न्याय किया है। इन दिनों में हम सबकी जिंदगी बदल गई। हम पर इस मामले को आगे न ले जाने का बहुत दबाव था। आसाराम के सहयोगी हमें परेशान करते रहते थे।'
उन्होंने कहा, 'मैं आसाराम के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखूंगा और ये सुनिश्चित करूंगा कि वो अपना समय जेल में बिताएं। मैं आसारम को किसी भी तरह से ऊपरी कोर्ट से राहत नहीं मिलने दूंगा।'
उन्होंने कहा, 'मेरा कारोबार, मेरा परिवार इस केस को लड़ने के कारण बहुत परेशान हुआ है। इस मामले ने मेरे बच्चों के भविष्य को खत्म कर दिया। क्योंकि उन्हें सबसे कट कर रहना पड़ा है। '
अदालत ने आसाराम, शरतचंद्र और शिल्पी को इस मामले में दोषी करार दिया है जबकि शिवा और प्रकाश को कोर्ट ने बरी कर दिया है।
आसाराम को उम्रकैद जबकि शरतचंद्र और शिल्पी को 20-20 साल की सजा सुनाई है।
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Source : News Nation Bureau