भारत-पाकिस्तान में जारी भारी तनाव के बीच देश को बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है. पाकिस्तान की तरफ से कल पकड़े गए भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन को रिहा करने का ऐलान किया गया है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान पर बढ़ते दबाव की वजह से उसे यह फैसला लेना पड़ा. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस्लामाबाद में बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में इसका ऐलान किया. शुक्रवार को अभिनंदन को (पायलट) पाकिस्तान भारत सरकार को सौंपेगी. बता दें कि बुधवार को पाकिस्तान वायुसेना के विमानों के भारतीय क्षेत्र में घुसने के बाद भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई की थी जिसके दौरान मिग 21 फाइटर जेट उड़ा रहे भारतीय पायलट के विमान को पाकिस्तान ने निशाना बना लिया था. इस हमले के बाद भारतीय वायुसेना के पायलट ने पाकिस्तानी सेना के सामने में काफी साहस का परिचय दिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक फाइटर जेट पर हमले के बाद भारतीय पायलट अभिनंदन पैराशूट से नीचे आ गए थे लेकिन वो जहां उतरे वह पाकिस्तान के कब्जे वाला पीओके था. पाकिस्तानी अखबार के रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय विंग कमांडर पाकिस्तानी क्षेत्र में पैराशूट से उतरते वक्त सही-सलामत थे. रिपोर्ट में प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद रज्जाक चौधरी (58) का हवाला दिया गया है, जो पाकिस्तान में होर्रान गांव स्थित अपने घर के आंगन में खड़ा था. यह जगह भीमबर जिले में नियंत्रण रेखा से बमुश्किल से 7 किलोमीटर की दूरी पर है. रिपोर्ट के अनुसार, "बुधवार को सुबह करीब 8.45 बजे चौधरी को धुआं देखकर और आवाज सुनकर महसूस हुआ कि आसमान में विमानों के बीच संघर्ष हो रहा है." डॉन ने चौधरी के हवाले से कहा कि उसने देखा कि दोनों विमानों में आग लग गई है, जिसमें से एक नियंत्रण रेखा के पार चला गया और दूसरा तेजी से नीचे गिर गया. रज्जाक ने डॉन को टेलीफोन पर बताया कि उसने देखा कि एक पैराशूट जमीन की ओर आ रहा है, जो कि उसके घर से करीब 1 किलोमीटर दक्षिण दिशा की ओर उतरा. पैराशूट से एक पायलट सुरक्षित अवस्था में बाहर निकला. चौधरी ने कहा, "पायलट के पास पिस्तौल थी और उन्होंने वहां मौजूद नौजवानों से पूछा कि यह क्षेत्र भारत है या पाकिस्तान. उनमें से एक ने कहा कि यह भारत है."
क्या हुआ था कल
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पायलट ने पैराशूट से उतरने के बाद कथित रूप से कुछ नारे लगाए और पूछा कि भारत में यह कौन सी जगह है, जिसकी पहचान बाद में भारतीय विंग कमांडर के रूप में हुई. चौधरी ने कहा कि वहां मौजूद युवाओं ने 'बड़ी चतुराई के साथ उसके नारों को दोहराया' और उसकी भ्रम की स्थिति बरकरार रखी. डॉन के अनुसार, "पायलट ने वहां मौजूद लड़कों से कहा कि उसकी 'कमर टूट गई' है और उसने पीने के लिए पानी मांगा." लेकिन वहां मौजूद कुछ भावुक युवा जो पायलट के नारों को बर्दाश्त नहीं कर सके, 'पाकिस्तानी सेना जिंदाबाद' के नारे लगाने लगे. जिसके बाद पायलट ने हवा में फायरिंग की और लड़कों ने अपने हाथों में पत्थर उठा लिए.
चौधरी के अनुसार, स्थिति को भांप भारतीय पायलट भागने लगा. वह अपना पीछा कर रहे लड़कों की तरफ बंदूक कर आधा किलोमीटर तक भाग सका. प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि भारतीय पायलट ने उन्हें डराने के लिए हवा में फायरिंग की. डॉन के अनुसार, उसके बाद एक छोटे से तालाब में कूद गया और अपने जेब से कुछ दस्तावेज और मैप निकाले, जिसमें से कुछ को उसने निगलने की कोशिश की और बाकी को पानी में गीला कर बर्बाद करने की कोशिश की. चौधरी को यह जानकारी संभवत: पायलट का पीछा कर रहे लड़कों से मिली, जिसे उसने डॉन के रिपोर्टर के साथ साझा किया. चौधरी ने कहा कि लड़के पायलट को लगातार हथियार डालने के लिए कह रहे थे. डॉन के अनुसार, अंत में लंबे समय तक पीछा करने के बाद भारतीय पायलट ने आत्मसमर्पण कर दिया.
अखबार की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय पायलट ने यह कहते हुए खुद को उनके हवाले कर दिया कि उसकी हत्या न की जाए. लड़कों ने उसे पकड़ लिया और कुछ ने उसके साथ हाथापाई की, जबकि कुछ अन्य हमलावरों को रोक रहे थे.
Source : News Nation Bureau