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कन्‍हैया मामले में नहीं हुआ कोई फैसला, अरविंद केजरीवाल ने अटकलों को खारिज किया

कन्‍हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के खिलाफ देशद्रोह केस (JNU Sedition CAse) में दिल्‍ली सरकार (Delhi Govt) की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.

Updated on: 06 Sep 2019, 01:25 PM

highlights

  • दिल्‍ली पुलिस की चार्जशीट में शामिल थे 10 लोगों के नाम
  • शुक्रवार सुबह आई थी कन्‍हैया कुमार को राहत देने की खबर
  • इस मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 18 सितंबर को होनी है

New Delhi:

कन्‍हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के खिलाफ देशद्रोह केस (JNU Sedition CAse) में दिल्‍ली सरकार (Delhi Govt) की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. मीडिया में अभी तक जो भी खबरें चल रही हैं, वो अटकलों पर आधारित है. दिल्‍ली (Delhi) के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) के अनुसार, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है.

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इससे पहले शुक्रवार सुबह मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर आई थी कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में आपत्‍तिजनक नारेबाजी के मामले में पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार को दिल्‍ली सरकार ने क्‍लीनचिट दे दी है. इस कारण देशद्रोह केस में कन्‍हैया कुमार को जल्‍द ही राहत मिल सकती है. दिल्ली सरकार ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और अन्‍य छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली पुलिस के अनुरोध को रद्द करने का फैसला किया है. इस मामले में कोर्ट में अगली सुनवाई 18 सितंबर को होनी है.

मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि गृह विभाग ने जेएनयू कैम्पस में देश विरोधी नारे लगाने के मामले में यह साबित नहीं हो पाया है कि वो नारे कन्हैया ने ही लगाए थे. दिल्ली सरकार के गृह विभाग का मानना है कि 9 फरवरी 2016 को जेएनयू कैम्पस में हुई उस घटना में कन्‍हैया कुमार के ऊपर किसी प्रकार का देशद्रोह का आरोप नहीं लगाया जा सकता.

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इससे पहले दिल्‍ली पुलिस ने दिल्ली सरकार की अनुमति के बिना ही कन्हैया कुमार के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर दी थी. इस मामले में कोर्ट ने दिल्‍ली पुलिस को फटकार भी लगाई थी और दिल्‍ली सरकार से जल्‍द ही इस पर फैसला लेने को कहा था. दिल्ली सरकार का कहना है कि अब वह खुद ही इस मामले की जांच करेगी और कानूनी सलाह के बाद ही इस पर कोई फैसला लिया जाएगा.

दिल्‍ली पुलिस की चार्जशीट

दिल्‍ली पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, कैम्पस में आयोजित उस इवेंट का नेतृत्व कन्हैया ही कर रहे थे औऱ उन्होंने देशविरोधी नारों का समर्थन किया था. गौरतलब है कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी की सजा देने के मामले को लेकर जेएनयू कैम्पस में छात्र नेताओं ने एक इवेंट का आयोजन किया था. दिल्‍ली पुलिस की 1200 पन्नों की चार्जशीट में कन्हैया के अलावा उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य, आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, उमर गुल, राईए रसूल, बशीर भत, शेहला रशीद और अपराजिता राजा कुल 10 लोगों के नाम शामिल थे.