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भारत-चीन सीमा के करीब रोड प्रोजेक्ट पर काम रहे एक मजदूर की मौत, 18 लापता

अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के करीब रोड प्रोजेक्ट पर  काम कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई. इस दौरान 18 मजदूर लापता हैं.  5 जुलाई के बाद से ये मजूदर लापता बताए जा रहे हैं.

Updated on: 19 Jul 2022, 10:44 AM

highlights

  • मजदूरों में अधिकतर असम के रहने वाले हैं
  • मजदूरों को खोजने के लिए बचाव दल भेजा जाएगा
  • पूर्वोत्तर के कई क्षेत्र बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे हैं

नई दिल्ली:

अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के करीब रोड प्रोजेक्ट (Road Project) पर  काम कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई. इस दौरान 18 मजदूर लापता हैं. 5 जुलाई के बाद से ये मजूदर लापता बताए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक मजदूर का शव मिला है. बाकी 18 की तलाश चल रही है. भारत और चीन की सीमा के नजदीक कुरुंग कुमे जिले में अंदरूनी इलाका है दामिन. यहां पर एक सड़क परियोजना पर सड़क सीमा संगठन (बीआरओ) की देखरेख में काम चल रहा है. बीआरओ पूर्वोत्तर के क्षेत्र में ढांचागत परियोजनाओं का बड़ा नेटवर्क तैयार कर रहा है. इसके तहत दामिन में काम कराने के लिए मजदूरों को यहां पर लाया गया था. जिला उपायुक्त बेंगिया निघी के अनुसार 5 जुलाई के बाद से दामिन में काम करने वाले मजदूरों को कुछ भी पता नहीं चल रहा है. इनमें से अधिकतर असम के रहने वाले लोग हैं.

 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी का दावा है कि मजदूरों ने ठेकेदार से ईद का त्योहार मनाने के लिए छुट्टी मांगी थी, मगर ठेकेदार ने कथित तौर पर मना कर दिया. इसके बाद ये मजदूर पैदल निकल पड़े थे.  कुरुंग कुमे के घने जंगलों में खो गए. अधिकारी ने बताया कि 18 मजदूरों का अभी तक कुछ भी पता नहीं चला है. मीडिया रिपोर्ट में आशंका जाहिर की गई है कि ये कुमी नदी की बाढ़ में बह गए थे. पुलिस के अनुसार लापता मजदूरों को खोजने के लिए बचाव दल भेजा जाएगा.

गौरतलब है कि पूर्वोत्तर के कई क्षेत्र इन दिनों बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे हैं. भारी बारिश की वजह से अरुणाचल, असम और मिजोरम में नदियां उफान पर पहुंच गई हैं. इस माह की शुरूआत में अरुणाचल के कुरुंग कुमे जिले में रणनीतिक रूप से दो अहम स्थानों को जोड़ने वाला एक पुल बाढ़ में बह गया था. यह पुल जिला मुख्यालय कोलोरिंग को दामिन से जोड़ने का काम करता है, जो अचानक आई बाढ़ में बह गया.