पहले मीडिया देश में घटित होने वाली घटनाओं को रिपोर्ट करता था, लेकिन आज रिमोर्ट लेकर ढूंढना पड़ता है कि खबरें कहां हैं. ये समस्या सिर्फ इसी देश में नहीं है. दुनिया के सभी लोकतंत्र में ऐसा ही होता है. ये बातें वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 'मन की बात रेडियो पर सामाजिक क्रांति' के विमोचन में कहीं.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पहले 'मन की बात रेडियो पर सामाजिक क्रांति' का विमोचन किया. इसके बाद उन्होंने मीडिया पर निशाना साधा. अरुण जेटली ने कहा, पुराने समय में रेडियो पर आने वाला समाचार आज की तरह 'वन पॉइंट एजेंडा सेटिंग' न्यूज नहीं होता था. पहले मीडिया देश में घटित होने वाली घटना को रिपोर्ट करता था और एडिटोरियल पेज पर लोग अपने विचार लिखते थे. आजकल का मीडिया देश का एजेंडा सेट करता है.
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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, रिमोट लेकर ढूंढना पड़ता है कि खबरें कहां हैं. ये समस्या सिर्फ इसी देश में नहीं है. दुनिया के सभी लोकतंत्र में ऐसा ही होता है. आजकल सोशल मीडिया में बिना तथ्यों के कुछ भी कहा जाता है. एयर स्ट्राइक के मामले में भी ऐसा ही हुआ. एयर स्ट्राइक के बाद लोग बालाकोट ढूंढ रहे थे और सीमा पार के बालाकोट को टारगेट बता रहे थे. प्रिंट मीडिया और रेडियो के लिए ये सुनहरा मौका है कि वो अपनी जगह बनाए.
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अरुण जेटली ने कहा, वैचारिक मतभेद के मामले में भी आजकल लोग ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे पतन होता जा रहा है. पहले के मुकाबले आज की पीढ़ी में जजमेंट की क्षमता अच्छी है. पहले लोग नारों के आधार पर जजमेंट करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. जब देश आर्थिक रूप से विकास करता है तो सभी क्षेत्र में या सॉफ्ट पावर का भी विकास साथ में ही होता है.
Source : News Nation Bureau