भारत के राजदूत द्वारा आयोजित रिसेप्शन में जेटली ने अमेरिका के नवतेज सरना को कहा, भारत सरकार द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न आयामों को मजबूत करने के लिए ट्रम्प प्रशासन के साथ काम करने की प्रतीक्षा कर रही है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में अमेरिका-भारत के संबंधों में काफी सुधार हुआ है। बदलावों को पीछे छोड़ते हुये दोनों देशों की सरकारों के संबंधों में अधिक मजबूती और परिपक्वता आई हैं।
जेटली ने कहा, 'एक मायने में यह द्विदलीय संबंध है। मुझे यकीन है कि यह हमारे लिए एक महान विशेषाधिकार होगा कि हम नए प्रशासन के साथ-साथ विभिन्न आयामों को मजबूत करने के लिए आगे बढ़ें।'
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आपको बता दें कि इस हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एच1 बी वीजा की समीक्षा पर मुहर लगा दी जिसके बाद अमेरिका में काम कर रहे भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है।
एच-1 बी वीजा प्रोग्राम में बदलाव उनके चलाए गए 'अमेरिका फर्स्ट' अभियान के दौरान किए गए वादों को लागू करने के तौर पर देखा जा रहा है।
हर साल अमेरिका का एच-1 बी वीजा हासिल करने के लिए विदेशी नागरिक बड़ी संख्या में आवेदन करते हैं। लेकिन इस बार आवेदनकर्ताओं की संख्या में काफी कमी आई है।
अमेरिकी नागरिकता और अप्रवासन सेवा के अनुसार, 2016 में एच -1 बी वीजा के लिए आवेदनों की संख्या 2 लाख 36 हजार थी, जो इस साल घटकर सिर्फ 1 लाख 99 हजार रह गई है।
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Source : News Nation Bureau