राजग सरकार के राफेल सौदे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के तीखे हमले के बाद केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने जवाबी हमले में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष अपनी विफल राजनीति की भरपाई करने के लिए भारत की संवेदनशील रक्षा जरूरतों के बारे में विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. जेटली ने राफेल खरीदी में विलंब के लिए संप्रग सरकार पर आरोप लगाए और कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार ने संप्रग द्वारा तय की गई कीमत से कम कीमत पर विमान खरीदे हैं.
जेटली की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब गांधी ने प्रधानमंत्री पर तीखे हमले में किए.
केंद्र ने फ्रांस से 36 लड़ाकू विमान खरीदने के निर्णय के विवरण सर्वोच्च न्यायालय को सौंपे हैं, जिसे सरकार ने सार्वजनिक किए. गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया, 'सुप्रीम कोर्ट में मोदीजी ने मानी अपनी चोरी. हलफनामे में माना कि उन्होंने बिना वायुसेना से पूछे कांट्रैक्ट बदला और 30,000 करोड़ रुपये अंबानी की जेब में डाला.'
सर्वोच्च न्यायालय को सौंपे गए दस्तावेज में केंद्र सरकार ने सौदे का बचाव किया है और जोर देकर कहा है कि लड़ाकू विमान की खरीदारी रक्षा खरीदारी प्रक्रिया 2013 में निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुरूप हुई है.
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जेटली ने एक ट्वीट में कहा, 'संप्रग ने राफेल खरीदी में विलंब किया, जिसकी भारतीय वायुसेना की लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए अत्यंत आवश्यकता थी.'
जेटली ने कहा, 'यह महसूस होने के बाद कि मोदी सरकार ने राफेल को संप्रग द्वारा तय कीमत से सस्ते में खरीदा है, बाधा डालने वाले अब बाल नोच रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'झूठ राहुल गांधी की विफल राजनीति की भरपाई नहीं कर सकती.'
गांधी मोदी पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि मोदी ने यह सौदा अपने मित्र को लाभ पहुंचाने के लिए किया.
Source : IANS