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राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर शराब कारोबारी विजय माल्या को भगाने का आरोप लगाया है. राहुल गांधी ने कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया का हवाला देते हुए कहा कि माल्या जिस दिन देश छोड़कर भागा था उसके ठीक एक दिन पहले वित्त मंत्री से मुलाक़ात की थी. राहुल गांधी ने कहा, 'भगोड़ा ने उनसे मुलाक़ात की और बताया कि वह लंदन जा रहा है. सवाल यह खड़ा होता है कि वित्त मंत्री ने इस बात की जानकारी सीबीआई (CBI) या प्रवर्तन निदेशालय (ED) को क्यों नहीं दी. गिरफ्तार करने के नोटिस को बदलकर सूचना देने का नोटिस किया गया. यह केवल वही कर सकता है जिसका सीबीआई पर कंट्रोल हो.'
राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा, 'वित्त मंत्री का माल्या से सांठगांठ था तभी एक अपराधी देश छोड़कर भाग पाया.'
Finance Minister talks to an absconder, absconder tells him that he going to London. Finance Minister doesn't tell CBI, ED or police. Why? The arrest notice was changed to informed notice. This can be done only by the one who controls CBI: Rahul Gandhi pic.twitter.com/elE1jbFv8G
— ANI (@ANI) September 13, 2018
वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया ने माल्या की बात की तस्दीक करते हुए कहा है कि उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली और विजय माल्या को संसद के सेंट्रल हॉल में एक-दूसरे से बातचीत करते हुए देखा था. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज का हवाला देते हुए कहा कि अगर उस दिन की फुटेज निकाली जाए तो सारी बातें स्पष्ट हो जाएगी.
पुनिया ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा, '28 फरवरी को बज़ट पास हुआ था और ठीक उसके एक दिन बाद यानी कि एक मार्च को मैने माल्या और जेटली को बात करते हुए दिखा. शुरुआत के 5-7 मिनट दोनो खड़े होकर बात करते रहे, बाद में दोनों एक बेंच पर बैठकर बात करने लगे. यह बातचीत तकरीबन 15-20 मिनट हुई. इसके अगले ही दिन माल्या के देश छोड़कर भागने की ख़बर आई. माल्या उस दिन पहली बार संसद आए थे, मुझे लगता है कि वह जेटली से ही बात करने आए थे.'
गौरतलब है कि बुधवार को शराब कारोबारी विजय माल्या ने बताया कि उन्होंने देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाक़ात की थी. लंदन की अदालत में पेश होने पहुंचे माल्या से जब संवाददाताओं ने पूछा कि क्या उसे देश से भागने के लिए आगाह किया गया था, उसने कहा, 'मैं भारत से रवाना हुआ क्योंकि मेरी जिनिवा में एक मुलाकात का कार्यक्रम था. रवाना होने से पहले मैं वित्त मंत्री से मिला था और निपटारे (बैंकों के साथ मुद्दे) की पेशकश दोहराई थी. यही सच्चाई थी.'
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वहीं वित्त मंत्री अरूण जेटली ने भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या के बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2014 के बाद उसे कभी मिलने का समय नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि माल्या राज्यसभा सदस्य के नाते मिले विशेषाधिकार का 'दुरुपयोग' करते हुए संसद-भवन के गलियारे में उनके पास आ गया था.
Source : News Nation Bureau