जब अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी को पिला दिया था पानी

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने अरुण जेटली पर भ्रष्‍टाचार के आरोप लगा दिए.

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने अरुण जेटली पर भ्रष्‍टाचार के आरोप लगा दिए.

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Drigraj Madheshia
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जब अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी को पिला दिया था पानी

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) नहीं रहे. आज 24 अगस्त (शनिवार) को 66 वर्षीय अरुण जेटली ने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने अरुण जेटली (Arun Jaitely)पर भ्रष्‍टाचार के आरोप लगा दिए थे. आप नेताओं ने कहा था कि डीडीसीए के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जेटली ने भ्रष्टाचार किया था. जेटली 13 सालों तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे.इसके बाद बाद जेटली ने केजरीवाल और आप नेताओं -कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक वाजपेयी- के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया और सड़क से दिल्‍ली हाईकोर्ट तक चली लड़ाई में पूरी आप पार्टी घुटने के बल आ गई. जेटली ने इस मामले में 10 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति मांगी थी.

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दिल्‍ली हाईकोर्ट तक पहुंचे इस केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तत्‍कालीन केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitely)से माफी मांगनी पड़ी. जेटली को लिखे एक पत्र में केजरीवाल ने कहा, 'मैं स्पष्ट रूप से अपने द्वारा आपके ऊपर प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर लगाए गए सभी आरोपों को वापस लेता हूं. मेरे द्वारा लगाए गए आरोपों के कारण आपके सम्मान को हुए किसी तरह के नुकसान के लिए मैं आपसे और आपके परिवार से पूरी ईमानदारी से माफी मांगता हूं.'

आम आदमी पार्टी और केजरीवाल ने डीडीसीए के अध्यक्ष के रूप में जेटली के 13 साल के निरंतर शासन के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. इसके बाद जेटली ने 10 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा ठोका था.

केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी ने जेटली से सवाल करने के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग किया था और कहा था ये शब्द उनके मुवक्किल के हैं, जिसके बाद पिछले साल वित्तमंत्री ने दूसरा मुकदमा दायर किया था.

पत्र में कहा गया, 'मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि राम जेठमलानी द्वारा दिए गए अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण बयान मेरे संज्ञान और निर्देश से नहीं दिए गए थे.' केजरीवाल के अलावा, जिन अन्य आप नेताओं ने जेटली से माफी मांगी है, उनमें आप सांसद संजय सिंह, वरिष्ठ नेता आशुतोष, दीपक बाजपेयी व प्रवक्ता राघव चड्ढा शामिल हैं.

पत्र में कहा गया, "हम दो अलग राजनीतिक दलों से संबंध रखते हैं और मेरा मानना है कि हमें हमारे बीच की बेकार की मुकदमेबाजी को समाप्त कर देना चाहिए और हमारे देश के लोगों को हमारी क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए." केजरीवाल ने पहले पिछले महीने पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया, उसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल से माफी मांगी थी.

केजरीवाल ने माफीनामे में जेटली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैंने दिसंबर 2015 में आपको लेकर कुछ बयान दिया था. मेरे द्वारा दिया गया बयान कुछ ऐसे दस्तावेजों और जानकारियों पर आधारित था, जो मुझे कुछ लोगों द्वारा मुहैया कराई गई थी. हालांकि अब मुझे पता चल गया है कि जो भी जानकारी मुझे मिली थी वह सही नहीं थी और उन गलत जानकारियों के आधार पर मैंने आपके ऊपर आरोप लगाए थे.

इसलिए मेरे द्वारा जो भी आरोप आपके ऊपर लगाए गए थे, उन सभी को वापस लेना चाहता हूं. इन आरोपों से आपकी छवि को जो भी नुकसान हुआ है मैं उसके लिए आपसे और आपके परिवार से माफी मांगता हूं. मानहानि केस की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट में मेरे वकील राम जेठमलानी द्वारा द्वेषपूर्ण बयान दिया गया था, मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी.’ जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitely)ने 'आप' की मांफी स्वीकार कर ली.

Source : Drigraj Madheshia

Arun Jaitley Defame Arun Jaitley AAP
      
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