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Article 370 और 35A हटाने पर महबूबा मुफ्ती दिया ये बड़ा बयान

Article 370 और 35A हटाने पर महबूबा मुफ्ती दिया ये बड़ा बयान

Updated on: 05 Aug 2019, 01:58 PM

highlights

महबूबा मुफ्ती ने 370 हटाने पर आज के दिन को बताया काला दिन. 

उन्होंने कहा कि भारत अपने वादे निभाने में असफल रहा है. 

महबूबा मुफ्ती ने एक के बाद एक किए कई ट्वीट्स, जताई अपनी नाराजगी. 

श्रीनगर:

Reaction on Article 370/ 35A:  पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने धारा 370 और 35 A के हटाते ही लगातार कई ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की है. ट्विटर पर कहा है कि भारत अपने वादों को निभाने में विफल रहा हैै और आर्टिकल 370 और 35ए के हटाने के परिणाम बहुत ही खराब होंगे. 

महबूबा के मुताबिक, भारत सरकार की मंशा साफ है और केंद्र सरकार के लोगों को आतंकित करना चाह रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट में लिखा है कि1947 में 2 राष्ट्र के सिद्धांत खारिज करने और भारत के साथ मिलाने के जम्मू एवं कश्मीर नेतृत्व के फैसले का उल्टा असर हुआ। धारा 370 को भंग करने के लिए भारत सरकार का एकतरफा निर्णय गैरकानूनी और असंवैधानिक है.

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उन्होंने कहा है कि उपमहाद्वीप के लिए इसके विनाशकारी परिणाम होंगे। भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। वे लोगों को आतंकित कर जम्मू एवं कश्मीर का क्षेत्र चाहते हैं। कश्मीर से किए वादे निभाने में भारत नाकाम रहा है।

महबूबा मुफ्ती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि मेरे जैसे लोग जो संसद में विश्वास रखते हैं, के साथ धोखा हुआ है. 

महबूबा मुफ्ती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि मेरे जैसे लोग जो संसद में विश्वास रखते हैं, के साथ धोखा हुआ है. इसके बाद उन्होंने लिखा है कि जो लोग उस समय भारतीय संविधान की रिजेक्ट किया था उनकी बात आज सच हो गई. महबूबा के हिसाब से ये फैसला कश्मीरियों को और दूर करेगा. 

महबूबा ने अपने तीसरे ट्वीट में कहा है कि भारत की सरकार बिल्कुल ही क्लियर है. भारत सरकार, देश की एकमात्र मुस्लिम जनसंख्या वाले राज्य की डेमोग्राफी को बदल देना चाहते हैं और अपने ही राज्य में मुस्लिमों को दूसरे पायदान पर लाना चाहते हैं. 

महबूबा मुफ्ती ने अलग ट्वीट में सवाल पूछा है कि जम्मू कश्मीर की जनता को भारत की बात मानकर क्या मिला है?

जिस कांट्रैक्ट के तहत जम्मू कश्मीर भारत के साथ आया था वो आज सरकार ने खत्म कर दिया है. महबूबा का कहना है कि उनका विशिष्ट दर्जा कोई गिफ्ट के तौर पर उन्हें नहीं मिला था बल्कि वो उसी कांट्रैक्ट का हिस्सा था.

जम्मू और कश्मीर में धारा 370 के खत्म होने की अटकलों के बीच, सरकार ने रविवार आधी रात को पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित कई राजनेताओं को नजरबंद कर दिया. मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को ठप कर दिया गया है और स्‍थानीय केबल टीवी बंद कर दिया गया है.

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सुरक्षा व्‍यवस्‍था चाक-चौबंद कर दिया गया है. चप्‍पे-चप्‍पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है. लाउट स्‍पीकर से लोगों को घरों से न निकलने की सलाह दी जा रही है. कश्‍मीर यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं टाल दी गई हैं. सुबह 9:30 बजे से सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक होने जा रही है. बताया जा रहा है कि सरकार धारा 35 ए को हटाने का फैसला कर सकती है. साथ ही परिसीमन को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं.