कैप्टन अमरिंदर सिंह की रक्षामंत्री सीतारमण को सलाह, सेना का उपयोग सिविलियन कामों में न करें

ब्रिज के निर्माण में सेना लगाए जाने के फैसले का शिवसेना ने विरोध किया है। वहीं विपक्षी दलों ने कहा कि सेना का काम युद्ध के लिए ट्रेनिंग देना है ना कि सिविलियन काम करना।

ब्रिज के निर्माण में सेना लगाए जाने के फैसले का शिवसेना ने विरोध किया है। वहीं विपक्षी दलों ने कहा कि सेना का काम युद्ध के लिए ट्रेनिंग देना है ना कि सिविलियन काम करना।

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Jeevan Prakash
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कैप्टन अमरिंदर सिंह की रक्षामंत्री सीतारमण को सलाह, सेना का उपयोग सिविलियन कामों में न करें

मुंबई के एलफिंस्टन ब्रिज के पास नए पुल का निर्माण सेना कराएगी। रेलमंत्री पीयूष गोयल, रक्षा मंत्री सीतारमण और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को एलफिंस्टन स्टेशन का दौरा किया और नया फुटओवर ब्रिज बनाने की घोषणा की।

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रेलमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना 31 जनवरी तक ब्रिज का निर्माण करेगी। ब्रिज के निर्माण में सेना लगाए जाने के फैसले का शिवसेना ने विरोध किया है। वहीं विपक्षी दलों ने कहा कि सेना का काम युद्ध के लिए ट्रेनिंग देना है ना कि सिविलियन काम करना।

केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने कहा, 'जुमला और ड्रामा बनाने में उनका (बीजेपी) कोई हाथ नहीं पकड़ सकता।' उन्होंने कहा, 'इसका क्या मतलब है? जानते हैं वो ब्रिज नहीं बना पाएंगे।'

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'सेना का काम युद्ध के लिए ट्रेनिंग देना है ना कि सिविलियन काम करना। रक्षा शक्ति का सिविलियन कामों में उपयोग ना करें निर्मला सीतारमण जी।' अमरिंदर सेना में रह चुके हैं।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, 'बेहद गंभीर परिस्थिति में सेना सबसे आखिरी विकल्प होता था लेकिन अब लगता है कि स्पीड डायल में सेना का नंबर पहले स्थान पर आ गया है।'

वहीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सेना निश्चित रूप से 'सीमा पर भूमिका निभाती है', लेकिन उनकी मदद इस मामले की गंभीरता और जरूरत को देखते हुए ली गई।

उन्होंने कहा, 'हमें पता है कि प्राकृतिक आपदाओं के समय सेना को बुलाया जाता है। यह संभवतः पहला मौका है, जब सेना को निर्माण के ऐसे काम के लिए बुलाया गया है, जो वैसे नागरिक प्रशासन का काम होता है, लेकिन एलफिंस्टन हादसा बेहद गंभीर और बड़ा था।'

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आपको बता दें कि पिछले साल सेना ने श्री श्री रविशंकर की 'आर्ट ऑफ लिविंग' के लिए यमुना नदी पर एक तैरता हुआ पुल बनाया था। इस फैसले का कई राजनीतिक दलों ने आलोचना की थी।

एलफिंस्टन हादसे में हुई थी 23 की मौत

मुंबई उपनगरीय नेटवर्क के अब तक के सबसे भयावह हादसे में एलफिंस्टन रोड व परेल रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाले सकरे फुट ओवरब्रिज पर मची भगदड़ में 23 यात्रियों की मौत हो गई थी और 32 अन्य घायल हो गए थे। हादसा पिछले महीने 29 सितंबर को हुआ था।

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HIGHLIGHTS

  • मुंबई के एलफिंस्टन स्टेशन पर ब्रिज का निर्माण करेगी सेना
  • विपक्षी दलों ने ब्रिज निर्माण में सेना लगाए जाने के फैसले की आलोचना की
  • पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, सेना का काम युद्ध के लिए ट्रेनिंग देना है ना कि सिविलियन काम करना

Source : News Nation Bureau

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