सेना अब ब्रिटिश काल के सहायक सिस्टम में आम लोगों की भर्ती करने पर विचार कर रही है। पिछले कुछ समय में कई जवानों ने इस सहायक व्यवस्था के प्रति खुलकर नाराजगी जताई है।
कई जवानों ने अपने अधिकारियों पर अपने सहायक के साथ नौकर जैसा बर्ताव करने का आरोप भी लगाया है। हाल के दिनों में जवानों के बढ़ रहे विरोध को देखते हुए सेना अब आम लोगों को सहायक नियुक्त करने पर विचार कर रही है।
सहायक सिस्टम में अधिकारियों को सहायता और बाकी कामों के लिए बतौर सहायक एक जवान मुहैया कराया जाता है। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुख्य सैन्य अड्डों और अहम क्षेत्रों में यह सहायक व्यवस्था जारी रहेगी। क्योंकि सेना में सहायकों की जिम्मेदारियां भी तय हैं। ऐसे में सहायकों को हटाने से एक वैक्युम पैदा होगा, जो सेना के लिहाज़ से ठीक नहीं है।
अधिकारी ने बताया, 'शांतिपूर्ण केंद्रों पर हम आम नागरिकों को बतौर सहायक भर्ती करने की सोच रहे हैं।'
हालांकि यह बदलाव फिलहाल शांतिपूर्ण इलाकों के सैन्य स्टेशन में ही किए जाने का विचार है। सेना का कहना है कि फील्ड यूनिट्स में यह परिवर्तन करना मुमकिन और व्यावहारिक नहीं होगा।
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HIGHLIGHTS
- सेना अब ब्रिटिश काल के सहायक सिस्टम में आम लोगों की भर्ती करने पर विचार कर रही है
- कई जवानों ने इस सहायक व्यवस्था के प्रति खुलकर नाराजगी जताई है
- सहायक सिस्टम में अधिकारियों को सहायता और बाकी कामों के लिए बतौर सहायक एक जवान मुहैया कराया जाता है
Source : News Nation Bureau