विदेश सचिव एस जयशंकर ने खुलासा किया है कि सेना ने पहले भी एलओसी पर सर्जिकल स्ट्राइक किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि सरकार ने इसकी सार्वजनिक घोषणा की है।
सूत्रों का कहना है कि विदेश मामलों की स्थायी समिति के सदस्यों ने पूछा कि क्या सर्जिकल स्ट्राइक पहले भी हुई है ? तब इस सवाल के जवाब में विदेश सचिव एस जयशंकर ने बताया कि सीमित-कैलिबर के साथ दक्षतापूर्वक, लक्षित आतंकवादी विरोधी ऑपरेशन्स पहले भी हुए हैं, पर ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार ने इसे सार्वजनिक किया है।
विदेश सचिव द्वारा दी गई यह जानकारी अहम हो जाती है, क्योंकि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने दावा किया था कि यूपीए सरकार के दौरान कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई। उन्होंने जोर देकर रहा था कि उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने पहली बार एलओसी पर सर्जिकल स्ट्राइक की है। उन्होंने ये भी कहा था कि इसके पहले जो ऑपरेशन्स हुए थे उन पर स्थानीय स्तर पर सेना ही उनपर फैसले लेती थी।
नाम न बताने की शर्त पर एक सदस्य ने बताया कि विदेश सचिव ने उन्हें यह भी बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से बात की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई समय तय नहीं किया गया है और न ही ये तय किया गया है कि बातचीत किस स्तर पर की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन्स के खत्म होने के तुरंत बाद पाकिस्तानी आर्मी के डीजीएमओ को इस बारे में जानकारी दे दी गई थी।
ढाई घंटे चली बैठक में, उप-सेना अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने भी सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
Source : News Nation Bureau