69 वें सेना दिवस पर जवानों के साहत को सलाम करते हुए आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने सोशल मीडिया के जरिए चर्चा में आए कुछ वीडियो पर चेतावनी भी दी। बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव के खाने की खराब क्वालिटी को दिखाने वाला वीडिया वायरल हो गयाथा। इस वीडियों के बाद कई अन्य जवानों ने भी अपनी शिकायतें करने के लिए ये ही तरीका अपनाया।
आर्मी चीफ ने कहा, 'कुछ साथी अपनी समस्या को रखने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। इसका असर उन बहादुर जवानों पर पड़ता है, जो सीमा पर हैं। जवानों की समस्याओं के लिए उचित चैनल हैं और अगर वे उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं हैं तो वे सीधे मुझे से संपर्क कर सकते हैं। आपने जो कार्रवाई की है, आप उसके लिए दोषी भी ठहराए जा सकते हैं और सजा के हकदार भी हो सकते हैं।'
अपनी सलाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी जनरल रावत ने कहा था, 'जवान को जो भी शिकायत है वह सीधे मुझसे शिकायत करें। सोशल मीडिया पर वीडियो नहीं डालें। इससे बचें।'पूरी खबर के लिए यहां क्लिक करें
इस मामले में रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर तक सफाई पेश कर चुके है। पार्रिकर के कहा था,'वो खुद इस प्रयास में लग रहते हैं कि ड्यूटी पर तैनात जवानों को अच्छी से अच्छी गुणवत्ता वाला खाना मिले।' पूरी खबर के लिए यहां क्लिक करें
गौरतलब है कि बीएसएफ जवान के वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। बीएसएफ के जवान के बाद सीआरपीएफ के जवान ने भी वीडियो के जरिए प्रधानमंत्री से सुविधा बढ़ाने की मांग की।
Source : News Nation Bureau