संभल : ईद-उल-अजहा पर अदा की गई नमाज, अमन-चैन और भाईचारे की मांगी दुआ
कांग्रेस कभी जातिगत जनगणना कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाई : छत्तीसगढ़ सीएम विष्णु देव साय
पाकिस्तान को जुल्म और जुर्म के जल्लादों की कुर्बानी देनी होगी: मुख्तार अब्बास नकवी
Coronavirus In India: बीते 24 घंटे में देश में इतने बढ़े कोरोना के केस, जानें मरने वालों का आंकड़ा
Bihar: बाल-बाल बचे तेजस्वी यादव, तेज रफ्तार ट्रक ने काफिले को मारी टक्कर
महाराष्ट्र में फिर होगा खेला! सामना के फ्रंट पेज पर आया कुछ ऐसा जिसकी होने लगी हर तरफ चर्चा
भारत पशुधन निर्यात में ग्लोबल लीडर के रूप में अपनी स्थिति कर सकता है मजबूत
अजमेर में ईद-उल-अजहा की नमाज शांतिपूर्ण संपन्न, भाईचारे और खुशहाली की मांगी गई दुआ
दमकती त्वचा के लिए हल्दी, दूध और तुलसी का करें इस्तेमाल, पाएं बॉलीवुड अभिनेत्रियों सा निखार

सैनिकों पर CAG की रिपोर्ट पर बोले सेना प्रमुख- मामला पुराना है, सेना अब पूरी तरह तैयार है

सेनाध्यक्ष नरवणे ने कहा कि यह रिपोर्ट 2015-16 की है, जो पुरानी है. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि इन जगहों के लिए हमारी पूरी तैयारी है. सैनिकों की जो भी जरूरत हैं, हम उन्हें पूरा कर रहे हैं.

author-image
nitu pandey
New Update
Mm narvane

आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे( Photo Credit : ANI)

ऊंचे और ठंडे क्षेत्रों में तैनात सैनिकों पर भारतीय नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट सामने आने के बाद से बवाल मचा हुआ है. कैग की रिपोर्ट पर आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का बयान सामने आया है. सेनाध्यक्ष नरवणे ने कहा कि यह रिपोर्ट 2015-16 की है, जो पुरानी है. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि इन जगहों के लिए हमारी पूरी तैयारी है. सैनिकों की जो भी जरूरत हैं, हम उन्हें पूरा कर रहे हैं.

Advertisment

रक्षा बजट को लेकर सेनाध्यक्ष नरवणे ने कहा, 'साल दर साल रक्षा बजट में लगभग 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस बजट का पूरा उपयोग किस तरह होगा, इसके बारे में अध्ययन करेंगे.

इसे भी पढ़ें:PM मोदी बोले- केजरीवाल को गरीबों का फिक्र नहीं, इसलिए इन योजनाओं को नहीं होने दिया लागू

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम इस बात पर ध्यान देना जारी रखेंगे कि बजट में क्या आवंटन किए गए हैं. पिछले साल ही हमने 4-5 अलग-अलग तरह के हथियार प्रणालियों और प्लेटफार्मों को शामिल किया था. आधुनिकीकरण कभी मुद्दा नहीं रहा.

सोमवार को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में CAG की रिपोर्ट पेश की गई. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि लेह, लद्दाख और सियाचिन जैसे बेहद ऊंचे और दुर्गम स्थानों में तैनात सैनिकों को कपड़े, जूते, स्लीपिंग बैग और सन ग्लासेज की गंभीर किल्लत का सामना करना पड़ा है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि  जवानों को चार सालों तक बर्फीले स्थानों पर पहने जाने वाले कपड़ों और दूसरे सामानों की तंगी झेलनी पड़ी है. खाने-पीने का सामान भी कम है. सैनिकों को 82 प्रतिशत तक कम कैलोरी मिली है. 

CAG CAG report Army chief Gen Naravane
      
Advertisment