सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया है. वो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्यालय दक्षिण ब्लॉक में होगा और जनरल बिपिन रावत 1 जनवरी 2020 को त्रि-सेवा गार्ड ऑफ ऑनर के बाद पदभार संभालेंगे. नए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने को सेना की कमान संभालने के लिए उसी दिन सेना का गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा यह जानकारी रक्षा मंत्रालय ने मीडिया से बातचीत करते हुए दी.
आपको बता दें कि 61 वर्षीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत सोमवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किये गए. अब बिपिन सिंह रावत रक्षा मंत्रालय और तीनों सेनाओं के बीच समन्वयक की भूमिका निभाएंगे. वहीं अब बिपिन सिंह रावत की जगह ऑर्मीचीफ का पद मनोज मुकुंद नरवाने 31 दिसंबर से संभालेंगे.
जनरल बिपिन सिंह रावत का ओहदा 4 स्टार जनरल का होगा. आपको बता दें कि इस साल 15 अगस्त को ही लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पद का ऐलान किया था. सीडीएस के लिए अधिकतम आयु सीमा 65 साल है. हालांकि, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि बिपिन सिंह रावत का ये कार्यकाल कितने समय के लिए है.
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कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दी बधाई
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जनरल बिपिन सिंह रावत को देश का पहला चीफ डिफेंस ऑफीसर बनने पर बधाई दी. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बिपिन सिंह रावत को देश का पहला सीडीएस बनने के बाद ट्विटर पर उन्हें बधाई दी है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर जनरल बिपिन सिंह रावत को बधाई देते हुए लिखा कि, 'जनरल बिपिन रावत को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में कार्यभार संभालने के लिए बहुत-बहुत बधाई। सशस्त्र बलों से संबंधित सभी मामलों पर प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में इस नए मिशन पर उन्हें मेरी शुभकामनाएं.'
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इंदिरा गांधी सैम मानेकशॉ को बनना चाहती थीं देश का पहला सीडीएस
इंदिरा गांधी के शासन काल में थलसेना में केएम करियप्पा और सैम मानेकशॉ को फील्ड मार्शल की उपाधि दी गई थी. साल 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मानेक शॉ को देश का पहला सीडीएस नियुक्त करना चाहती थीं. लेकिन बताया जाता है कि तब तत्कालीन वायुसेना-नौसेना प्रमुखों के बीच मतभेद सामने आए थे. वायुसेना और नौसेना का तर्क का था कि इससे उनका कद घट जाएगा.
Source : News Nation Bureau