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किश्तवाड़ के पाडर में सेना ने 18 दिन में तैयार किया ब्रिज, मचैल यात्रा के श्रद्धालुओं के चेहरे खिले

जम्मू के किश्तवाड़ के पाडर इलाके में पिछले दिनों बदल फटने से कुंडल इलाके में नदी पर बना ब्रिज बह गया था. अब प्रशासन ने सेना की मदद से बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है.

Updated on: 31 Jul 2022, 01:43 PM

नई दिल्ली:

जम्मू के किश्तवाड़ के पाडर इलाके में पिछले दिनों बदल फटने से कुंडल इलाके में नदी पर बना ब्रिज बह गया था. अब प्रशासन ने सेना की मदद से बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है. सेना ने बैले ब्रिज को सिर्फ 18 दिनों के रिकॉर्ड समय में तैयार किया है. इस ब्रिज की लंबाई 170 फीट है. इस ब्रिज के टूट जाने से इलाके के कई गांव का संपर्क टूट गया था. खास तौर पर पाडर जाने वाली मचैल यात्रा के श्रद्धालुओं पर इसका सीधा असर पड़ रहा था जिसके बाद सेना ने दिन रात करके इस ब्रिज को तैयार कर दिया. 

पिछले कुछ दिनों में किश्तवाड़ के कई इलाकों में बादल फटने की घटना सामने आई थी. जिसके बाद कई छोटे बड़े पुल पानी में बह गए थे. साथ ही लोगों को भी भारी नुकसान हुआ था. इसके साथ कुंडल नदी पर बना ब्रिज भी पानी के बहाव में बह गया था. पुल के बहने का सीधा असर 25 जुलाई से शुरू हुआ. इसका असर मचैल यात्रा के श्रद्धालुओं पर पड़ा. इन्हें 6 किलो मीटर ज्यादा यात्रा की दूरी को तय करना पड़ रहा था. लेकिन इस ब्रिज के बनने से अब यात्रा पर आए श्रद्धालुओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी है. 

वही अगर किश्तवाड़ समेत जम्मू के अलग-अलग इलाकों की बात करें तो  सभी जगह लागतार बारिश देखने को मिल रही है. बारिश के कारण लागतार नदी नाले उफन पर हैं. इसके साथ लैंड स्लाइड कई जगहों पर देखने को  मिल रही है. प्रशासन ने सभी अधिकारियों और विभागो को लोगो की मदद के लिए अलर्ट रहने की हिदायत दी है.