पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए शनिवार को मतदान शुरू हो गया। इस बीच विभिन्न स्थानों से बड़े पैमाने पर हिंसा की खबरें भी हैं जिनमें कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है।
मुर्शिदाबाद जिले में, जो पंचायत चुनावों के दौरान हमेशा हिंसा का केंद्र रहा है, शनिवार को मतदान के पहले कुछ मिनटों के भीतर फिर से बड़े पैमाने पर हिंसा देखी गई।
रानीनगर में माकपा और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद कम से कम 24 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मुर्शिदाबाद के रेजीनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बेलडांगा 2 ब्लॉक में स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता यासीन शेख की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मुर्शिदाबाद के डोमकल में कांग्रेस कार्यकर्ता शाहबुद्दीन शेख की हत्या की भी खबरें सामने आई हैं।
कूच बिहार जिले से भी हिंसा की सूचना मिली, जहां सीताई ब्लॉक के बाराविटा प्राथमिक विद्यालय में एक मतदान केंद्र में तोड़फोड़ की गई। सुबह लगभग 7.30 बजे मतदान शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद मतपेटियां तोड़ दी गईं और बैलेट पेपर नष्ट कर दिए गए।
कथित तौर पर कूचबिहार के फलितबाड़ी में भाजपा के पोलिंग एजेंट माधव विश्वास की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
दक्षिण 24 परगना का भांगर, जहां नामांकन प्रक्रिया के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा और तीन मौतें हुईं, वहां भी शनिवार सुबह तृणमूल कांग्रेस और ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट (एआईएसएफ) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प और गोलीबारी के बाद तनाव हो गया।
कथित तौर पर गोली लगने से घायल हुए दो एआईएसएफ कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और फिलहाल उनकी हालत गंभीर है।
इस बीच शनिवार सुबह मालदा जिले में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की भी खबर है।
राज्य में 8 जून को मतदान की तारीखों की घोषणा के बाद से चुनाव संबंधी हिंसा में कुल 22 लोग मारे गए हैं।
वोटों की गिनती 11 जुलाई को होगी।
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Source : IANS