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18 साल तक के बच्चों को कोवैक्सीन टीके के लिए अमेरिका में मांगी गई मंजूरी, जल्द ही.....

स्वदेशी टीका कोवैक्सीन को वैश्विक मान्यता मिलने के बाद अब अमेरिका में भी 2 साल से 18 साल तक के बच्चों को टीके लगाने की तैयारी चल रही है.

Updated on: 06 Nov 2021, 11:56 AM

highlights

  • भारत में 526 बच्चों पर 'क्लीनिकल ट्रायल' के नतीजे पर आधारित
  • मंजूरी मिलते ही अमेरिका में 2 से 18 साल के बच्चों को लगाए जाएंगे टीके
  • 526 बच्चों पर की गई ​​परीक्षण में कोई गंभीर परिणाम नहीं देखने को मिला 

नई दिल्ली:

स्वदेशी टीका कोवैक्सीन को वैश्विक मान्यता मिलने के बाद अब अमेरिका में भी 2 साल से 18 साल तक के बच्चों को टीके लगाने की तैयारी चल रही है. भारत बायोटेक के यूएस पार्टनर ओक्यूजेन ने घोषणा की है कि उसने अधिकारियों से 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अमेरिका में कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन के लिए आपातकालीन उपयोग के लिए आवेदन किया है. ओक्यूजेन ने नियामक से कहा है कि उसका आवेदन भारत बायोटेक द्वारा दो साल से 18 साल के 526 बच्चों पर भारत में दूसरे-तीसरे चरण के 'क्लीनिकल ट्रायल' के नतीजे पर आधारित है.

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टीके के असर को लेकर भारत में करीब 25,800 व्यस्क लोगों पर किए गए तीसरे चरण के नतीजे का भी उल्लेख किया गया है. ओक्यूजेन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सह-संस्थापक तथा बोर्ड के अध्यक्ष शंकर मुसुनूरी ने कहा, 'बाल चिकित्सा उपयोग को लेकर अमेरिका में आपातकालीन उपयोग इस्तेमाल के लिए आवेदन देना टीके को उपलब्ध कराने और कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.'

मई से जुलाई तक किया गया अध्ययन

2 से 18 आयु वर्ग में टीके की सुरक्षा का मूल्यांकन करने के लिए इस साल मई से जुलाई तक भारत में अध्ययन किया गया था. Covaxin का मूल्यांकन तीन आयु वर्गों 2-6 वर्ष, 6-12 वर्ष और 12-18 वर्ष में किया गया था और सभी को 28 दिनों के अंतराल में वैक्सीन की दो खुराक दी गई थी. 526 बच्चों पर की गई ​​परीक्षण में कोई गंभीर परिणाम नहीं देखने को मिला या किसी भी बच्चे को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया. संयुक्त राज्य अमेरिका में फाइजर का वैक्सीन 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए स्वीकृत एकमात्र वैक्सीन है. भारत बायोटेक द्वारा भारत में विकसित कोवैक्सिन को बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से आपातकालीन स्वीकृति मिली थी. इसे पहले ही 17 देशों में उपयोग के लिए मंजूरी दे दी गई है.