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ट्राई ने डीएनडी को लागू नहीं करने को लेकर ऐपल कंपनी को लगाई झाड़

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने अमेरिकी कंपनी ऐपल को ग्राहकों को आने वाले अनचाहे कॉल और मैसेज से जुड़े डेटा को सार्वजनिक नहीं करने और उसे अपने कब्जे में रखने को लेकर झाड़ लगाई है

Updated on: 08 Aug 2017, 09:48 AM

highlights

  • ट्राई ने ऐपल कंपना को लगाई फटकार
  • ग्राहकों के अनचाहे कॉल और मैसेज से बचाने के लए डीएनडी लागू नहीं करने का आरोप

नई दिल्ली:

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने अमेरिकी कंपनी ऐपल को ग्राहकों को आने वाले अनचाहे कॉल और मैसेज से जुड़े डेटा को सार्वजनिक नहीं करने और उसे अपने कब्जे में रखने को लेकर झाड़ लगाई है। ट्राई ने आरोप लगाया है कि ऐपल कंपनी ग्राहकों को आने वाले अनचाहे कॉल और मैसेज से जुड़ी जानकारी ना तो सर्विस प्रोवाइडर को दे रही है और ना ही उसे सार्वजनिक तौर पर साझा कर रही है।

ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, 'ऐपल ने अभी भी डीएनडी से जुड़े मामले को नहीं सुलझाया है जबकि एंड्राइड प्लेटफॉर्म पर काम करनेवाली कंपनियों ने ग्राहकों को गैरजरूरी कॉल और मैसेज से बचाने के लिए डीएनडी सेवा को अपना लिया है।' शर्मा ने आरोप लगाया, 'ऐपल पिछले एक साल से इम मुद्दे पर बस एक ही बात कह रहा है कि वो इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं।'

पिछले साल जून में ग्राहकों को अनचाहे कॉल और मैसेज से बचाने के लिए ट्राई ने डू नॉट डिस्टर्ब (डीएनडी) ऐप लॉन्च किया था। इसके तहत जब कोई भी ग्राहक किसी भी नंबर को डीएनडी में डाल देता है तो जिस कंपनी का फोन आप इस्तेमाल कर रहे होते हैं उसके जरिए ये जानकारी ट्राई तक पहुंच जाती है।

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इसके लिए जिस कंपनी का फोन आप इस्तेमाल कर रहे होते हैं उसे टाई के सर्वर के साथ अपने डेटा को सिंक करना होता है। ऐपल कंपनी अपने ग्राहकों के इसी डेटा को अपने सर्वर के जरिए ट्राई के सर्वर से सिंक नहीं कर रही है।

यही वजह है कि ट्राई को ऐपल फोन इस्तेमाल करनेवाले ग्राहकों के डीएनडी नंबर को पहचानने और उसपर कार्रवाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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