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NDA में मतभेद? लोकसभा चुनाव से पहले 'अपना दल' ने जताई नाराज़गी, कहा- नहीं मिल रहा उचित सम्मान

अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी पर उचित सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया.

Updated on: 26 Dec 2018, 06:21 AM

मिर्ज़ापुर:

लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन की राजनीति को लेकर उठा-पाठक शुरू हो गई गई. बिहार में सीट शेयरिंग का मुद्दे अभी सुलझा ही था कि एक और सहयोगी दल ने अपनी नाराज़गी जताई है. एनडीए गठबंधन के सहयोगी अपना दल ने बगावत की चेतावनी दे है. अपना दल के नेता आशीष पटेल ने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी पर उचित सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया. मीडिया से बातचीत के दौरान आशीष पटेल ने कहा, 'प्रदेश की बीजेपी हमें उचित सम्मान नहीं दे रहे हैं. उन्हें हाल ही मिली हार से कुछ सीखना चाहिए. एसपी-बीएसपी गठबंधन हमारे लिए चुनौती है. उत्तर प्रदेश में एनडीए के सहयोगी इससे चिंतित है. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व को कुछ करना चाहिए नहीं तो यूपी में एनडीए को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.' 

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व के प्रति आशीष पटेल ने नाराज़गी जाहिर की. उन्होंने कहा कि न केवल अपना दल बल्कि बीजेपी के भी कई विधायक, सांसद और मंत्री प्रदेश शासन से नाराज हैं.

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को उत्तर प्रदेश में सम्मान न मिलने को लेकर अपना दल नाराज़ है. आशीष पटेल का कहना है कि अनुप्रिया पटेल को वाराणसी में आयोजित कार्यक्रमों में भी अनुप्रिया पटेल को नहीं बुलाया जाता. यहां तक कि उन्हें मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाया जाता. पत्रकारों से बातचीत के दौरान आशीष पटेल ने बीएसपी प्रमुख मायावती की तारीफ की. उन्होंने मायावती सरकार के दौरान कानून व्यवस्था की तारीफ की. अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस) बीजेपी की सहयोगी पार्टी है.

यह पूछने पर कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा की पराजय के बाद 2019 में राजग कमजोर हो जायेगा, उन्होंने कहा 'ऐसा नहीं है. हम 2014 में भी बीजेपी के साथ थे, जब उनके दुर्दिन चल रहे थे. 

आगामी लोकसभा चुनाव में अपना दल बंटवारे की तहत कितनी सीट की उम्मीद रखता है इस पर आशीष पटेल ने कहा कि समय आने पर बताया जाएगा और उनकी ताकत पहले से बढ़ी है. आगे उन्होंने कहा कि वह सम्मान के भूखे है. 

रविवार को  बीजेपी और इसके सहयोगी दलों ने लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीट बंटवारे की अमित शाह ने घोषणा की. बिहार में बीजेपी और जेडीयू 17-17 और एलजेपी छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बीजेपी और जेडी़यू ने एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान को राज्यसभा की एक सीट देने पर सहमति जताई है. 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राम विलास पासवान के साथ बैठक के बाद अमित शाह ने सीट शेयरिंग का ऐलान किया. अमित शाह ने कहा कि सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने में सहमति जताई है. उन्होंने भरोसा जाहिर किया राष्ट्रीय जनतांत्रितक गठबंधन बिहार में 2019 में 2014 की तुलना में अधिक सीट जीतेगा. राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 2014 में बीजेपी ने 22 सीटों पर जबकि लोजपा ने छह सीटों पर जीत हासिल की थी. इन चुनावों में बीजेपी 30 सीटों और एलजेपी सात सीटों पर लड़ी थी. 2014 में जेडीयू को सिर्फ दो सीटें मिली थीं.