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ज्ञानवापी के अलावा ये मंदिर भी हुए औरंगजेब की क्रूरता के शिकार, जानें क्यों करता था इतनी नफरत

Gyanvapi Case: ज्ञानवापी का किस्सा जग जाहिर है. लेकिन क्या आपको पता है अपनी क्रूरता के लिए जाना जाने वाले औरंगजेब ने इसके अलवाा भी सैंकड़ों मंदिरों को तुड़वा दिया था.

Updated on: 21 Dec 2023, 01:19 PM

highlights

  • औरंगजेब के क्रूरता के किस्सों  को जान सिहर जाते हैं लोग
  • सगे भाईयों और भतीजों को भी क्रूरता के चलते उतारा था मौत के घाट
  • केले ज्ञानवापी नहीं बल्कि सैंकड़ों मंदिरों कराया था धवस्त

नई दिल्ली :

Gyanvapi Case: ज्ञानवापी का किस्सा जग जाहिर है. लेकिन क्या आपको पता है अपनी क्रूरता के लिए जाना जाने वाले औरंगजेब ने इसके अलवाा भी सैंकड़ों मंदिरों को तुड़वा दिया था.आज भी औरंगजेब की क्रूरता के किस्सों को सुनकर लोग सिहर उठते हैं.वह सिर्फ हिन्दुओं से ही नफरत नहीं करता था. बल्कि सबसे पहले उसने अपने पिता को ही जेल में डाल दिया था. उसके बाद अपने भाईयों और भतीजों की क्रूरता से हत्या कर दी थी. औरंगजेब की हैवानियत यहीं नहीं रुकती. उसने एक टाइम ऐसा था तब हिन्दुओं के मंदिरों को निशाना बनाया था. एक नहीं बल्कि सैंकड़ों की संख्या में ऐसे मंदिर थे, जिन्हें तुड़वाकर मस्जिद का निर्माण कराया गया था.

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महजबी तौर पर था बड़ा कट्टरपंथी
इतिहास में दर्ज औरंगजेब की क्रूरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने  हिन्दुओं को दिवाली के अवसर पर आतिशबाजी चलाने से मना कर दिया था. साथ ही शीतला माता,पीर प्रभु आदि के मेलों में इकठ्ठा न होने का फरमान भी जारी कर दिया था. यही नहीं हिन्दुओं को हाथी-घोड़ों की सवारी करने के लिए भी फरमान जारी कर दिया था. इसके बाद शुरू किया था हिन्दुओं के मंदिर तोड़ने का सिलसिला. उसी में से ज्ञानवापी भी एक है. जिसका फैसला आज आने वाला है.. 

जबरन कराया था धर्म परिवर्तन 
हिन्दुओं से उसे जन्मजात नफरत थी. इसलिए जैसे ही उसने सत्ता संभाली तो सबसे पहले हिन्दुओं और सिख्खों का धर्म परिवर्तन कराया. हिन्दुओं को जबरन मुस्लिम बनाने की एक मुहीम चलाई. जिसका असर आज तक देखने को मिलता है. उसने हिन्दुओं पर जजिया कर भी लगाया था.औरंगज़ेब ने ब्रज संस्कृति को खत्म करने के लिए ब्रज के नाम तक बदल  डाले थे. जिनका उदाहरण सबके सामने है. यही नहीं कई मार्गों व स्थानों के नामों को भी मुस्लिम रख दिया था. 

सैंकड़ों मंदिरों को तोड़ा
हिन्दुओं के त्योहारों पर रोक लगाने के बाद औरंगजेब ने मंदिरों को तोडने की मुहीम चलाई. बनारस के ‘विश्वनाथ मंदिर‘ एवं मथुरा के ‘केशव राय मंदिर’ सहित सैंकड़ों ऐसे मंदिर हैं जिन्हें तोड़ा गया. ऐसे ही ज्ञानवापी मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया गया. हालांकि इस पर मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है. औरंगजेब की क्रूरता यहीं नहीं रूकी. इन मंदिरों के स्थान पर मस्जिद और कमेले यानि कसाईखाने बनाए गए. यही नहीं क्रूरता के चलते ही गो-वध करने की छूट दे दी.