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महिला अधिकार कार्यकर्ता एग्नस कार्शीग
महिला अधिकार कार्यकर्ता तथा दो अन्य लोगों की हत्या के प्रयास के मामले में शुक्रवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. इन दोनों लोगों को मेघालय के पूर्व जयन्तिया हिल्स जिले से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. तड़के मारे गए छापे में में कोंगोंग इलाके से दो संदिग्धों एल्फन दखार और मेकलिसन सियांगशाई को गिरफ्तार किया गया. पूर्व जयन्तिया हिल्स पुलिस प्रमुख सेलवेस्टर नोंगटंगर ने आईएएनएस को दिए बयान में कहा, 'गंभीर अवस्था में होने के कारण पीड़ित स्वयं एफआईआर दर्ज नहीं करा पाए थे. इस कारण पुलिस ने इस मामले को स्वयं ही अपने हाथों में लिया. हम गिरफ्तार किए गए दो संदिग्धों से पूछताछ कर रहे हैं और अन्य हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाशी जारी है.'
इस बीच, उत्तर पूर्व इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य चिकित्सा विज्ञान संस्थान (एनईआईजीआरआईएचएमएस) के अधिकारियों ने कहा कि महिला कार्यकर्ता एग्नस कार्शीग अब भी गंभीर स्थिति में हैं, वहीं उनके साथी अमित संगमा और ड्राइवर ई. कुर्बाह की हालत स्थिर है. एनआआईजीआरआईएचएमएस के प्रवक्ता के.के. पंडिता ने कहा, 'कार्शीग वेंटिलेटर पर हैं. अन्य दो लोगों की स्थिति स्थिर है.'
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सिविल सोसाइटी महिला संगठन (सीएसडब्ल्यूओ) की अध्यक्ष कार्शीग के साथ सांगमा और कुर्बाह को 40 लोगों के समूह ने बेरहमी से मारा था. कार्शीग ने जिले में कोयले के अवैध खनन और कोयले के परिवहन के बारे में शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद उन पर यह हमला हुआ. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने 17 अप्रैल, 2014 को मेघालय में कोयले के खनन पर अंतरिम रूप से प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था. कार्शीग पर हुए हमले की कई राजनेताओं और गैर-सरकारी संगठन के नेताओं ने निंदा की है.
Source : IANS