चार दिनों में उत्तराखंड के दो मेजर शहीद, शोक में डूबा देश
एक साथ अपने दो लालों के वीरगति प्राप्त होने पर उत्तराखंड के साथ पूरा देश भी शोक में डूब गया है.
देहरादून:
राजौरी के नौशेरा सेक्टर IED डिफ्यूज करते वक्त धमाके में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट को अभी मुखाग्नि भी नहीं दी गई थी कि पूरे देश खासकर उत्तराखंड के लिए एक और बुरी खबर आ गई. पुलवामा के पिंगलान इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक और मेजर देहरादून के मेजर वी एस ढोंडियाल शहीद हो गए. मेजर वीएस ढोंडियाल आतंकियों से मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए. वे 55 आरआर बटालियन में तैनात थे. चार दिन पहले ही मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हुए थे. एक साथ अपने दो लालों के वीरगति प्राप्त होने पर उत्तराखंड के साथ पूरा देश भी शोक में डूब गया है.
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पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में एक मेजर सहित सेना के चार जवान शहीद हो गए. मुठभेड़ पुलवामा के ही पिंगलान एरिया में रविवार रात करीब 12 बजे से चल रही थी. सोमवार तड़के मेजर वीएस ढोंडियाल सहित सेना के 4 जवानों के शहीद होने की सूचना आई.
दूसरी ओर, मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर आज सुबह उनके देहरादून स्थित घर पहुंचा. आर्मी हॉस्पिटल देहरादून से सैन्य सम्मान और राजकीय सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को उनके घर तक लाया गया. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 9 बजे शहीद जवान के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी 9.30 पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
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मेजर बिष्ट अपनी शादी के लिए 28 फरवरी को घर आने वाले थे लेकिन उनका शहीद होने के बाद उनका पार्थिव शरीर यहां पहुंचा.
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