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Parliament Security Breach: एक और गिरफ्तारी, महेश कुमावत के साथ जानें अब तक कितने पुलिस के हत्थे चढ़े

Parliament Security Breach: महेश कुमावत नाम के एक शख्स को पकड़ा गया है. इसे मिलकर अब तक छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है

Updated on: 16 Dec 2023, 04:05 PM

highlights

  • आरोपी महेश कुमावत को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को पकड़ा
  • ये आरोपी राजस्थान के नागौर जिले का रहने वाला है
  • वह 13 दिसंबर को घटना वाले दिन दिल्ली में ही मौजूद था

नई दिल्ली:

Parliament Security Breach: संसद सुरक्षा में सेंध मामले में एक और आरोपी की गिरफ्तारी हुई है. महेश कुमावत नाम के एक शख्स को पकड़ा गया है. इसे मिलाकर अब तक छह लोग पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. आपको बता दें कि बीते बुधवार को दो लोगों ने संसद में अराजकता फैलाने की कोशिश की. उन्होंने दर्शक दीर्घा से संसद के परिसर में छलांग लगा दी. यहां पर स्मोक स्टिक से धुआं फैलाया. वहीं बाहर खड़े दो आरोपी सरकार के खिलाफ नारे लगा रहा थे. इसमें एक ​महिला भी शामिल थी. इसका नाम नीलम है. इस मामले का मास्टरमाइंड ललित झा था, जिसने थाने में आकर खुद सरेंडर किया है. बताया जा रहा है कि इस मामले से और भी लोग जुड़े हो सकते हैं. 

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संसद की सुरक्षा में सेंध को लेकर छठे आरोपी महेश कुमावत को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को पकड़ा है. अधिकारियों के अनुसार, वह भी साजिश में शामिल था. घंटो चली पूछताछ में महेश का नाम सामने आया है. ये आरोपी राजस्थान के नागौर जिले का रहने वाला है. वह 13 दिसंबर को घटना वाले दिन दिल्ली में ही मौजूद था.

बड़ी सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया

वर्ष 2001 में संसद पर आतंकवादी हमले की बरसी पर बुधवार को एक बड़ी सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था. इस दौरान दो शख्स सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा के अंदर कूद गए. उन्होंने पीले रंग का धुआं छोड़ा. घटना के तुरंत बाद दोनों को पकड़ लिया गया. ये युवक लोकसभा में जिन पर्चों को लेकर पहुंचे, उनमें तिरंगे की पृष्ठभूमि में मुट्ठी की तस्वीर बनी थी. मणिपुर की हिंसा पर हिंदी और अंग्रेजी में एक-एक नारा लिखा था.

स्मोक स्टिक से लाल ओर पीले रंग का धुआं फैलाया

उसी दौरान संसद भवन के बाहर अमोल शिंदे और नीलम देवी ने स्मोक स्टिक से लाल ओर पीले रंग का धुआं फैलाया और उन्होंने ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ का नारा लगाया. प्राथमिकी के अनुसार, संसद भवन के अंदर और बाहर खोली गई धुएं की केन पर चेतावनी दी गई थी कि इसे खोलते समय चश्मे और दस्तानों का उपयोग किया जाए. बताया जा रहा है ​कि मुकेश के ठिकाने पर ही मास्टरमाइंड ललित झा मौजूद था. इसके बाद यहां से वह दिल्ली चला गया था. 

झा ने पहले ही गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के मोबाइल नष्ट कर दिए थे. महेश भी ललित के संग शामिल था. वह नीलम देवी के संपर्क में था. उसे संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के दौरान पकड़ा गया था. वहीं उनके समूह के सदस्य लोकसभा में प्रवेश कर गए थे.