डीएचएफएल प्रोमोटर्स वधावन बंधुओं (wadhawan brothers) को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil deshmukh) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसकी जानकारी दी. अनिल देशमुख ने कहा कि वधावन परिवार पर सीबीआई का शिकंजा कसा जा चुका है. उन्होंने कहा कि अमिताभ गुप्ता पर जांच पूरी हो चुकी है. इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा.
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वधावन और धीरज वधावन सहित 23 लोगों को महाबलेश्वर जाने की अनुमति अमिताभ गुप्ता ने दी थी. अमिताभ गुप्ता गृह विभाग में प्रधान सचिव के तौर पर कार्यरत थे. जब मामला गरमाया तो इन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था. आईपीएस अमिताभ गुप्ता को तुरंत प्रभाव से अनिवार्य अवकाश (कंपलसरी लीव) पर भेज दिया है. इसके साथ ही इनपर जांच भी बैठा दी गई थी.
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रविवार को वधावन बंधुओं को हिरासत में लिया गया. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अमिताभ गुप्ता पर जांच पूरी हो चुकी है. वधावन को पत्र देने की बात अमिताभ गुप्ता ने कबूल कर ली है. जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा.
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कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये पुणे और सतारा दोनों जिलों को सील किए जाने के बाद भी वधावन परिवार के सदस्यों समेत कई लोगों अपनी कारों से खंडाला से महाबलेश्वर की यात्रा की. कपिल और धीरज वधावन यस बैंक और डीएफएचएल धोखाधड़ी मामलों में आरोपी हैं. पुलिस ने बताया था कि सभी 23 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.