logo-image

आंध्र सरकार ने यूक्रेन से निकलकर आए लोगों के लिए स्वागत केंद्र स्थापित किए

आंध्र सरकार ने यूक्रेन से निकलकर आए लोगों के लिए स्वागत केंद्र स्थापित किए

Updated on: 26 Feb 2022, 10:50 PM

अमरावती:

यूक्रेन से फंसे भारतीयों को निकालने के भारत के कदम तेज होने के साथ ही आंध्र प्रदेश सरकार राज्य से लोगों के अपने देश में पहुंचने पर उनकी मदद करने के लिए सुविधाएं मुहैया करा रही है।

प्रमुख सचिव एवं राज्य स्तरीय कार्यबल समिति के अध्यक्ष एम.टी. कृष्णा बाबू ने कहा कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने यूक्रेन से लौटने वाले छात्रों को उनके मूल स्थानों पर वापस लाने और उनकी सहायता करने के लिए मुंबई और नई दिल्ली हवाईअड्डों पर स्वागत केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया है।

कृष्णा बाबू ने शनिवार को यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों और एपीएनआरटी डेटा से यूक्रेन में छात्रों के विवरण के साथ एक मास्टर सूची बनाई है और इसे भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय के साथ साझा किया है।

उन्होंने कहा कि बुखारेस्ट से दो उड़ानें आ रही हैं, जिनमें से एक नई दिल्ली और दूसरी मुंबई में उतरेगी। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने सूचित किया है कि 22 तेलुगू छात्रों को दो उड़ानों में वापस भेजा जा रहा है, लेकिन उनमें से तीन राज्य के हैं।

उन्होंने कहा कि मुंबई की फ्लाइट शाम छह बजे तक पहुंच जाएगी। शनिवार को और दिल्ली की फ्लाइट रविवार को दोपहर 2 बजे। कृष्णा बाबू ने कहा कि उनकी अगवानी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।

पंजीकरण महानिरीक्षक रमा कृष्णा को मुंबई हवाईअड्डे पर छात्रों की अगवानी और प्रिंसिपल रेजिडेंट कमिश्नर प्रवीण प्रकाश और अतिरिक्त का काम सौंपा गया है। रेजिडेंट कमिश्नर हिमांशु कौशिक नई दिल्ली में छात्रों की अगवानी करेंगे।

राज्य सरकार द्वारा विस्थापितों के आवास और उनके मूल स्थानों की मुफ्त यात्रा की व्यवस्था की जाती है।

कृष्णा बाबू ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन में लोगों के लिए विदेश मंत्रालय की नवीनतम सलाह साझा की है और उसी का पालन करने की सलाह दी है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.