पंजाब के अमृतसर में रविवार को हुए ग्रेनेड हमले में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए. इस हमले को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक एचएस फुल्का का विवादित बयान सामने आया. एचएस फुल्का ने कहा कि सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने आतंकी खतरे से जुड़े अपने बयान को लेकर यह हमला करवाया है. आप विधायक ने कहा, क्या सरकार ने ये हमला कराया? ये कहना बार-बार गलत है कि पंजाब में माहौल ठीक नहीं है. सरकार को इसकी तह तक जाना चाहिए. पंजाब एक संवेदनशील राज्य है. एचएस फुल्का के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में नेताओं ने उनकी आलोचना की.
पंजाब कांग्रेस के विधायक राजकुमार वेरका ने आप विधायक के विवादित बयान की आलोचना की. उन्होंने कहा, 'किसके इशारों पर एचएस फुल्का ऐसे बयान डे रहे हैं? क्या वह अपने बयान से सहमत है? आर्मी के लिए कहे ऐसे शब्दों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हम फुल्का के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाएंगे. '
वहीं दूसरी तरफ आप नेता संजय सिंह एचएस फुल्का के बचाव में उतरे. उन्होंने कहा, 'फुल्का अपने बयान के लिए माफ़ी मांग चुके है. त्वरित बयान के आधार पर उन्हें अपमानित नहीं करना चाहिए, पिछले 35 सालों से एचएस फुल्का 1984 सिख-विरोधी दंगा पीड़ितों के लिए लड़ रहे है. उन्हें इसका क्रेडिट देना चाहिए. इस तरह से उन्हें निशाना नहीं बनाना चाहिए.'
मामला तूल पकड़ने के बाद एच एस फुल्का ने अपने बयान को लेकर माफ़ी मांगी थी. उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि कृपया पूरी वीडियो को देखें. मैंने कहा है कि इतिहास इस तथ्य का सबूत है कि अतीत में सरकारों ने हिंसा को अपने मतलब के लिए बढ़ावा दिया.
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बता दें कि राजासांसी क्षेत्र के अदलीवाल गांव में रविवार को निरंकारी सत्संग भवन में हो रही एक प्रार्थना सभा में मोटरसाइकिल सवार मास्क पहने दो हमलावरों ने ग्रेनेड से हमला किया, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए. ग्रेनेड हमला अमृतसर से करीब 15 किलोमीटर दूर अदलिवल गांव के निरंकारी भवन के परिसर में हुआ.
Source : News Nation Bureau