केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को यहां सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) मुख्यालय का दौरा किया और नेपाल तथा भूटान सीमाओं पर इसकी अभियानगत तैयारियों की समीक्षा की. अधिकारियों ने बताया कि शाह के साथ गृह सचिव अजय भल्ला और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को एसएसबी के संगठनात्मक ढांचे, तैनाती, अभियानगत उपलब्धियों और विभिन्न पहलुओं तथा प्रयोजनों से अवगत कराया गया.
गृह मंत्री बनने के बाद शाह का दिल्ली के आर के पुरम स्थित एसएसबी मुख्यालय का यह पहला दौरा है. अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री के पहुंचने पर उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उन्होंने कहा कि एसएसबी महानिदेशक राजेश चंद्र के नेतृत्व में एसएसबी अधिकारियों ने शाह को 1,751 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल सीमा तथा 699 किलोमीटर लंबी भारत-भूटान सीमा पर बल की तैनाती के बारे में अवगत कराया और प्रस्तुति दी.
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अधिकारियों के अनुसार शाह ने जोर देकर कहा कि दोनों खुली सीमाओं की गरिमा बरकरार रखी जानी चाहिए और आपराधिक तत्वों से प्रभावी ढंग से निपटने के साथ ही तीनों देशों के वास्तविक यात्रियों को सीमाओं पर आसान पहुंच मिलनी चाहिए. शाह ने कहा कि देश के पूर्वी मोर्चे पर इन सीमाओं की रक्षा करने के लिए प्रौद्योगिकी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
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अधिकारियों ने बताया कि शाह को एसयूवी वाहनों, हथियार और गोला-बारूद की एसएसबी की हालिया खरीद के बारे में भी जानकारी दी गई. वर्ष 1962 में चीन के हमले के बाद एसएसबी की स्थापना की गई थी. यह बल नक्सल विरोधी अभियानों और आंतरिक सुरक्षा दायित्व सहित प्राथमिक तौर पर नेपाल और भूटान से लगती भारत की सीमाओं की रक्षा में तैनात है.
Source : Bhasha