जम्मू-कश्मीर को लेकर राज्यसभा में सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, एक भी व्यक्ति की मौत पुलिस की फायरिंग से नहीं हुई है. सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लगाए गए सारे प्रतिबंध 195 थानाक्षेत्रों से हटा लिए गए हैं. सभी स्कूल खुल चुके हैं. 10वीं और 12वीं के 90 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने परीक्षा दी है. अमित शाह ने कहा, पहले विपक्ष के नेता कश्मीर में खून की नदियां बहाने की बात करते थे, लेकिन 5 अगस्त के बाद वहां किसी की भी मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है. जम्मू-कश्मीर के हालात पूरी तरह सामान्य हैं. जम्मू-कश्मीर में दवाइयों की कमी नहीं है. वहां हालात सुधर रहे हैं. राज्य में मोबाइल मेडिसिन सेवा भी शुरू की गई है. अमित शाह ने यह भी कहा, जिसे भी दवाइयों की कमी महसूस हो, मुझसे संपर्क करे.
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अमित शाह ने कहा, राज्य में यातायात की सुविधा सामान्य हो चुकी है. पिछले साल की तुलना में पत्थरबाजी की घटनाओं में भी कमी आई है. सारे अखबार, न्यूज चैनल वहां से संचालित हो रहे हैं. बैंकिंग व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल रही है. सभी सरकारी दफ्तर और कोर्ट पूरी तरह खुले हुए हैं. सही समय आने पर इंटरनेट सेवा बहाल की जाएगी. राज्य में पहले की तरह दुकानें भी खुल रही हैं. लैंडलाइन सेवा बहाल की जा चुकी है.
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अमित शाह ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को खुला चैलेंज देते हुए कहा, मैंने जम्मू-कश्मीर को लेकर जो फैक्ट और फिगर दिए हैं, उन्हें काउंटर करके दिखाइए. गृह मंत्री अमित शाह ने बताया, राज्य में पेट्रोल, डीजल, केरोसिन, एलपीजी और चावल की उपलब्धता पर्याप्त है. 22 लाख मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होने की उम्मीद है. सभी लैंडलाइन फोन अब चालू हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो