दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की रिहाई पर देश के गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि, भले ही सीएम केजरीवाल लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections 2024) के लिए प्रचार कर सकते हैं, लेकिन लोगों को शराब घोटाला (Delhi Liquor Scam) याद रहेगा. एक मीडिया चैनल से बात करते हुए शाह ने कहा कि, केजरीवाल अंतरिम जमानत पर हैं और 1 जून के बाद उन्हें सरेंडर करना होगा. शाह बोले- "यह एक अस्थायी जमानत है, और उन्हें 1 जून के बाद आत्मसमर्पण करना होगा. वह चुनाव प्रचार कर सकते हैं, लेकिन जहां भी वह प्रचार करेंगे, लोग केवल शराब घोटाले को याद रखेंगे."
गौरतलब है कि, सुप्रीम कोर्ट द्वारा मौजूदा चुनावों में प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत दिए जाने के बाद केजरीवाल को शुक्रवार शाम को तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया. अरविंद केजरीवाल ने जेल से बाहर आकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, उन्होंने कहा कि-
- मैंने कहा था मैं जल्दी आऊंगा, आ गया
- सबसे पहले मैं हनुमान जी के चरणों में वंदना करना चाहता हूं, हनुमान जी के आशीर्वाद से आप सबके बीच हूँ
- देश के करोड़ लोगों ने अपना आशीर्वाद मुझे भेजा
- सुप्रीम कोर्ट के जजों का शुक्रिया जिनकी वजह से आज मैं आपके बीच हूँ
- हम सबको मिलकर तानाशाही से देश को बचाना है
- मैं तन मन धन से लड़ रहा हूं और तानाशाही से संघर्ष कर रहा हूं
- 140 करोड़ लोगों को बताना शाही से लड़ना पड़ेगा
- कल सुबह 11 बजे कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी का आशीर्वाद लेंगे
- कल दोपहर 1:00 बजे पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी
सुप्रीम कोर्ट की शर्तें-
- अरविंद केजरीवाल को 50,000 रुपए के बेल बॉन्ड के साथ इतने ही मूल्य की जमानत राशि भी जमा करनी होगी.
- जमानत अवधि के दौरान अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री कार्यालय या दिल्ली सचिवालय नहीं जाएंगे.
- अरविंद केजरीवाल इस बात के लिए भी बाध्य होंगे कि वह किसी भी फाइल पर तब तक साइन नहीं कर पाएंगे, जब तक दिल्ली के उपराज्यपाल की मंजूरी नहीं मिल जाती.
-अरविंद केजरीवाल इस केस से जुड़ी अपनी भूमिका के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.
-अरविंद केजरीवाल केस से जुड़े किसी गवाह के साथ बातचीत नहीं कर सकेंगे.
-अरविंद केजरीवाल इस केस से जुड़ी किसी भी ऑफिशियल फाइल पर साइन नहीं कर सकेंगे.
Source : News Nation Bureau