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अमित शाह का बंगाल दौरे पर किसानों संग लंच डिप्लोमेसी पर रहेगा जोर

पांच और छह नवंबर को हुए पिछले दौरे के दौरान भी उन्होंने पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के चतुरडीह गांव में एक आदिवासी घर में दोपहर का भोजन किया था.

Updated on: 17 Dec 2020, 09:57 AM

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसानों के आंदोलन के बीच पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान गृहमंत्री अमित शाह लंच डिप्लोमेसी का दांव चलेंगे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि 19 दिसंबर से शुरू होने वाले दो दिवसीय दौरे के पहले दिन वह मेदिनीपुर के एक किसान के घर लंच कर बड़ा संदेश देंगे. किसानों के लिए सम्मान निधि सहित कई योजनाएं संचालित करने वाली मोदी सरकार और भाजपा के किसान-हितैषी होने का वह संदेश देते नजर आएंगे.

गृहमंत्री अमित शाह नाजुक मौकों पर अपने सधे कदमों के लिए जाने जाते हैं. पांच और छह नवंबर को हुए पिछले दौरे के दौरान भी उन्होंने पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के चतुरडीह गांव में एक आदिवासी घर में दोपहर का भोजन किया था. इस कदम के जरिए उन्होंने आदिवासियों के भाजपा से रिश्ते को मजबूत करने की कोशिश की थी.

पश्चिम बंगाल के एक सांसद ने बताया, '19 और 20 दिसंबर को गृहमंत्री अमित शाह का यह दौरा प्रदेश संगठन के नेताओं के लिए ब्रेनस्टार्मिग होगा. अगले साल संभावित विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश संगठन हर महीने गृहमंत्री अमित शाह को राज्य में बुलाने की रणनीति बना चुका है. मोदी सरकार ने गांव, गरीब और किसानों के लिए कार्य किया है. इस दौरे के दौरान एक किसान के घर गृहमंत्री अमित शाह का लंच प्रस्तावित है.'

गृहमंत्री अमित शाह के दौरे की अभी आधिकारिक सूचना भाजपा ने जारी नहीं की है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि 19 दिसंबर को वह मेदिनीपुर का दौरा करेंगे. यहां रामकृष्ण मिशन, सिद्धेश्वरी मंदिर में दर्शन करेंगे. खुदीराम बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे. एक किसान के घर दोपहर का भोजन करेंगे. अगले दिन वह बोलपुर जाएंगे. यहां विश्वभारती का दौरा करेंगे, एक लोक गायक के घर लंच कर सकते हैं.