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राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को यूएपीए बिल पेश किया. इस दौरान अमित शाह ने कहा, एनआईए की जांच में सजा दर सर्वाधिक है. उन्होंने कहा कि कानून के दुरुपयोग का कांग्रेस इतिहास सभी जानते हैं. कांग्रेस को जवाब सुनना होगा. यह नरेंद्र मोदी की सरकार है, न कि कांग्रेसी सरकार है. कांग्रेस ने धर्म को आतंक से जोड़ने की कोशिश की थी. समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामले में कांग्रेस की सरकार ने यही किया था.
उन्होंने कहा कि सबूतों के अभाव में आतंकियों को छूट नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, किसी के मानवाधिकार उल्लंघन का सवाल ही नहीं उठता. इसमें 4 स्तरों पर अपील का अधिकार है. उन्होंने बिल पर सदन को एकजुट होने की अपील की. अमित शाह ने यह भी कहा कि यह बिल लेकर मैं नहीं आया हूं. मैं तो बस संशोधन विधेयक पेश कर रहा हूं. इसमें पहले भी संशोधन हो चुके हैं, तब कांग्रेस की सरकार थी.
उन्होंने कहा, हम सब जानते हैं कि इमरजेंसी के दौरान क्या हुआ? मीडिया को बैन कर दिया गया था. सभी विपक्ष के नेताओं को जेल भेज दिया गया था. 19 महीनों तक कोई स्वतंत्रता नहीं थी और आप (कांग्रेस) हम पर कानून का गलत इस्तेमाल करने का आरोप मढ़ रहे हैं.
HM Amit Shah in Rajya Sabha: What happened during emergency? All media was banned, all opposition leaders were jailed. There was no democracy for 19 months, and you are accusing us of misusing laws? Kindly look at your past pic.twitter.com/dBQYwcDNZF
— ANI (@ANI) August 2, 2019
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अमित शाह ने कहा कि समय के साथ एजेंसियों को मजबूत करने की जरूरत है. जब कांग्रेस की सरकार थी और संशोधन विधेयक पेश हुए थे, तब हमने भी समर्थन किया था. आतंकवाद को लेकर किसी का साथ नहीं दिया जा सकता. इस समय आतंकवाद के खिलाफ मजबूत कानून की जरूरत है.
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उन्होंने कहा, यह कानून एकमत से अगर हम पारित करें तो एजेंसियों के लिए यहां से अच्छा संदेश जाएगा. इसके अलावा आतंकवाद के मुद्दे पर भी यह संदेश जाएगा कि यह सदन एकजुट है.
बिल पेश करते हुए उन्होंने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा, 'दिग्विजय सिंह नाराज लग रहे हैं. लाजमी भी है क्योंकि अभी-अभी वो चुनाव भी हारे हैं. उन्होंने कहा एनआईए के 3 मामलों में किसी को भी सजा नहीं हुई'. मैं आपको बताऊंगा कि क्यों, क्योंकि पहले इन मामलों में राजनीतिक प्रतिशोध किया गया था और एक विशेष धर्म को आतंक से जोड़ने का प्रयास किया गया.
HM Amit Shah: Digvijaya Singh ji seems angry, it is natural, he just lost elections...he said 'in 3 cases of NIA no one was punished.' I will tell you why, because earlier in these cases political vendetta was done&attempt was made to link a particular religion to terror #UAPApic.twitter.com/h1VI1AIhYh
— ANI (@ANI) August 2, 2019
कांग्रेस ने क्या कहा?
अमित शाह के बाद कांग्रेस की ओर से बोलते हुए पी चिदंबरम ने कहा, हम बिल का विरोध नहीं कर रहे हैं, बस हमें कुछ प्रावधानों पर आपत्ति है. इस पर अमित शाह ने कहा, हालात कुछ ऐसे हैं. कुछ आतंकवादी विदेश भाग गए हैं. अगर हम कुछ प्रावधानों को लचीला रखेंगे तो जांच में बाधा उत्पन्न होगी.
Source : News Nation Bureau